बांकुड़ा : बांकुड़ा शहर की द्वारकेश्वर नदी को बचाने के लिए कवायद तेज हो गयी है. जिले के 18 संगठनों ने इस काम का बीड़ा उठाया है. बाँकुड़ा शहर के द्वारकेस्वर नदी को प्रदूषित होने से बचाने के उद्देश्य से जिले के 18 संगठन आगे बढ़े. इस नदी के ऊपर विगत दो महीने से किसी धार्मिक कार्यक्रम के लिए बड़े रूप में मंडप का निर्माण कार्य चल रहा है. यह कार्यक्रम 12 जनवरी को आयोजित होगा. बताया गया है कि इस अवसर पर लाखों लोग यहां जुटते हैं. इतनी बड़ी भीड़ से नदी के प्रदूषित होने का खतरा बढ़ गया है.
इसे देखते हुए कई संगठन मैदान में उतरे हैं. बांकुड़ा के माचानतला में विभिन्न संगठनों के लोगों ने नदी को बचाने के लिए शुक्रवार को धरना दिया. प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ सांकेतिक पथावरोध भी किया गया. इस बारे में गंधेश्वरी नदी बचाव कमेटी के सदस्य संतोष भट्टाचार्य का कहना है कि द्वारकेश्वर नदी में बड़े पैमाने पर मंडप निर्माण से नदी का पानी प्रदूषित हो सकता है.
कई बार प्रशासन को इसे लेकर ज्ञापन दिया गया. लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है. साथ ही प्रशासन ने उक्त कार्यक्रम की मंजूरी भी दे दी है. पश्चिम बंग विज्ञान मंच के जयदेव चंद, गंधेश्वरी नदी बचाव कमिटि के सदस्य गंगा गोस्वामी समेत अन्य विभिन्न क्लब, संगठनों के सदस्य धरना में शामिल हुए.