कूड़ेदान की कमी से जगह-जगह गंदगी का अंबार, नालियां कचड़े से भरी पड़ी हैं
सफाईकर्मियों द्वारा सही काम नहीं करने से लोग खुद सफाई करने को मजबूर
मच्छर के डर से शाम होते ही घरों की खिड़कियां और दरवाजे हो जाते हैं बंद
आसनसोल : नगर निगम के वार्ड संख्या 42 अंतर्गत बाघा ज्योति पल्ली, मैदाकल मोड़, खजूरतला मोड़ संलग्न इलाकों में सफाई की लचर व्यवस्था से लोग परेशान हैं. वार्ड के पार्षद ओमियों दां के निधन से इलाके में बुनियादी परिसेवाएं एवं सफाई व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है.
पार्षद के स्थान पर उनके पुत्र सुजन दां वार्ड में विकास व अन्य कार्यों की देखभाल करते हैं. निगम के सफाई कर्मियों द्वारा सफाई को लेकर उदासीनता बरतने पर लोगों में भारी नाराजगी है. कीटनाशक का नियमित छिड़काव नहीं किये जाने से लोग अपने सामर्थ्य अनुसार खुद ही कीटनाशक का छिड़काव कर मच्छरों से निजात पाने के प्रयास में जुटे हैं. बरसात के दिनों में इलाके का बुरा हाल हो जाता है. वार्ड में 10 हजार की आबादी पर कुल 12 सफाई कर्मी हैं.
आंखों देखी
वार्ड के बाघा ज्योति पल्ली में कूड़ेदान की व्यवस्था नहीं होने से लोग घरों के पास ही कूड़ा फेंकने को विवश हैं. जिससे इलाके में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा है. खुले में कूड़ा रहने से मवेशियों का झुंड इसपर विचरण करते हैं. इनसे लोगों को हमेशा खतरा बना रहता है. मैदाकल मोड़ संलग्न इलाकों में ब्लिचिंग पावडर का छिड़काव नहीं किये जाने से नालियों की बदबू से लोग परेशान हैं.
यहां से गुजरने वाले लोग नाक बंद कर गुजरने को विवश हैं. शाम होते ही मच्छरों की भरमार लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया है. इलाके में फॉगिंग मशीन का उपयोग और कीटनाशक का छिड़काव नहीं होने से मच्छरजनित बीमारी का खतरा बना हुआ है.
बाघाज्योति पल्ली निवासी
गुलाबो देवी ने कहा कि इलाके में नियमित रूप से सफाई नहीं होती है. वार्ड पार्षद के निधन से इलाके में सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है. नालियों में ब्लिचिंग पावडर का छिड़काव नहीं होने से गंदगी में कीड़े-मकोड़े पनपते हैं. जिससे संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है. सफाई कर्मियों द्वारा लापरवाही बरतने और मनमाने ढ़ंग से सफाई करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सफाइ कर्मी स्थानीय लोगों का सुझाव नहीं मानते हैं. मनमाने ढंग से कार्य करते हैं.
रमा देवी ने कहा कि इलाके में कूड़ेदान का अभाव है. कूड़ेदान नहीं होने के कारण लोग घरों का कूड़ा घर के निकट ही फेंकने को बाध्य हैं. जिससे घरों के सामने गंदगी का अंबार लग जाता है. नालियों में नियमित रूप से कीटनाशकों का छिड़काव नहीं किये जाने से इलाके में मच्छरों की भरमार है.
उर्मिला देवी ने कहा कि इलाके में मच्छरों की इतनी भरमार है कि स्थानीय लोग संध्या होते ही घरों के दरवाजे, खिड़कियां बंद करने को बाध्य हो जाते हैं. इलाके में कभी कभार ही फॅागिंग मशीन का उपयोग और कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है. घरों के सामने जंगल झाड़ियां होने से मच्छरों की भरमार है. कूड़ेदान नहीं होने से लोग घरों का कूड़ा जहां-तहां फेंकने को मजबूर हैं. इसे लेकर पड़ोसियों के बीच अक्सर विवाद होता रहता है.
सोमनाथ ठाकुर ने कहा कि पार्षद के निधन के बाद से वार्ड में साफ सफाई व्यवस्था प्रभावित हुई है. उनके निधन के बाद उनके पुत्र सूजन दां वार्ड की देखभाल करते हैं. उनके स्तर से सफाई को लेकर सही प्रयास न होने से काम बाधित हो रहा है. इलाके में ब्लिचिंग पावडर, कीटनाशक का नियमित रूप से छिड़काव नहीं किया जाता है.
सोनू राम ने कहा कि सफाई कर्मी नियमित रूप से सफाई कार्य नहीं करते हैं. नालियों की सफाई नहीं होने से नालियां गंदगी से जाम हो गयी है. इलाके में जरूरत के अनुरूप कूडेदान नहीं होने से लोग कूड़ा जहां-तहां फेंक कर चले जाते हैं. फॉगिंग मशीन उपयोग और कीटनाशक का छिड़काव नहीं होने से इलाके में मच्छरों की भरमार है. स्थानीय लोग खुद से ही नालियों में फिनाइल व कीटनाशकों का छिड़काव करते हैं.