नगड़ी (रांची) थाना के अपहरणकांड में बंद है बिरसा मुंडा जेल रांची में
रांची से ही अपने सहयोगी पीयूष के साथ मिल कर रची थी इसकी साजिश
पटना में रखा गया था दोनों अपहृतों को, मॉनीटरिंग हो रही थी रांची से
सीआइडी रिमांड से लौटे अमित ने किया खुलासा, चार लाख मिले थे उसे
आसनसोल : बराकर निवासी व युवा उद्योगपति तेजपाल सिंह और उसके कार चालक चिरकुंडा निवासी रवि कुमार अपहरण कांड का मास्टरमाइंड व सरगना रविकांत उर्फ रवि चड्ढ़ा को आगामी 25 सितंबर को आसनसोल जिला अदालत में अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) की टीम पेश करेगी. रविकांत रांची के बिरसामुंडा संशोधनागार में अपहरण के मामले में बंद है. 11 दिन के सीआईडी रिमांड में कांड का आरोपी अमित कुमार सिंह ने खुलासा किया कि रविकांत ही अपहरण का मास्टरमाइंड है.
फिरौती की दो करोड़ 60 लाख रुपये की राशि उसे पहुंचाने के बाद इस कार्य के एवज में मिले चार लाख रुपये से उसने एक पुरानी टाटा सफारी कार खरीदी थी. यह कार भी सीआईडी ने जब्त कर ली है. अमित के बयान के आधार पर सीआईडी ने रविकांत उर्फ रवि चड्ढ़ा से मामले में पूछताछ के लिए आसनसोल जिला अदालत में प्रोडक्शन वारंट की अपील की. अपील मंजूर हो गई. सीजेएम ने 25 सितंबर को रविकांत को अदालत में पेश करने का आदेश जारी किया. अदालत का यह आदेश रांची जेल में भेज दिया गया. अमित कुमार की रिमांड की अवधि समाप्त होने पर शनिवार को उसे अदालत में पेश किया गया. जहां उसकी जमानत याचिका खारिज को गयी और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
सनद रहे कि तेजपाल अपहरण कांड का अन्य आरोपी करोलबाग पटना, डिफेंस कॉलोनी आवास संख्या 290 के निवासी वीरेंद्र कुमार सिंह के पुत्र अमित कुमार को 30 अगस्त को गुजरात में गांधीधाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से गुजरात पुलिस की सहयोग से सीआईडी ने गिरफ्तार किया. अमित की गिरफ्तारी के बाद पहली बार खुलासा हुआ कि तेजपाल की रिहाई के लिए फिरौती के रूप में दो करोड़ 60 लाख रुपये की फोरौती वसूली गयी थी.
सीआईडी ने कच्छ के गांधीधाम अदालत में अमित को पेश कर तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ लाकर उसे आसनसोल जिला अदालत में पेश किया. जांच अधिकरी सीआईडी (दुर्गापुर) खुफिया विभाग के निरीक्षक कौशिक घोष ने फिरौती की राशि बरामद करने के साथ कांड में लिप्त अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का हवाला देकर आरोपी के 14 दिन की रिमांड की अपील अदालत में की. अदालत ने 11 दिनों की रिमांड मंजूर की. इस कांड में इससे पूर्व दो आरोपी अभिषेक चौधरी और राजद के छात्र यूनियन के नेता राहुल कुमार उर्फ केशव को गिरफ्तार किया था. दोनों न्यायिक हिरासत में हैं. इनका एक सहयोगी दीपक कुमार जो अमित के आवास पर किराये पर रहता था. वह अबतक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
गिरफ्तारी के वक्त अमित के पास से 28 हजार रुपये नगद, एक एटीएम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद हुआ. कांड में गिरफ्तार अभिषेक चौधरी ने बताया था कि तेजपाल और रवि अपहरण कांड में फिरौती की राशि भोजपुर जिला के शिकरहट्टा थाना क्षेत्र अंतर्गत पियरो विसनपुरा रोड में लिया गया था. पियरो रेल गेट से तेजपाल के परिजनों को उसने रेकी कर विशुनपुरा रोड तक ले गया. हालांकि वह दूसरी गाड़ी में था. फिरौती की राशि लेकर उसके साथ अन्य तीन अमित, दीपक और राहुल एक साथ पटना लौट आये. पैसा लेने के लिए यह लोग अपने मित्र रवि कुमार का क्रेटा गाड़ी लेकर आये थे.
तेजपाल और रवि को कंकड़बाग में अर्धनिर्मित कनिष्का अपार्टमेंट में रखा गया था. सीआईडी ने जब अपार्टमेंट में जांच में जांच किया तो शर्ट, पैंट, गंजी, 270 रुपया नगद, अन्य आरोपी राहुल कुमार का आधार कार्ड और दीपक कुमार का स्नातक का सर्टिफिकेट बरामद किया है.