बर्नपुर : प्रेमचंद जयंती के उपलक्ष्य में सोमवार को विधानचंद्र कॉलेज के हिन्दी तथा उर्दू विभाग द्वारा सोमवार को बीसी कॉलेज के सभागार में एक समारोह आयोजित किया गया. जिसमें लेखक सह कथाकार शिवकुमार यादव, हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विजय नारायण सिंह, प्राध्यापक निशिकांत तिवारी, प्राध्यापिका रिंकू साव, मौसमी सिंह, आल्या शेख, उर्दू विभाग के प्राध्यापक शकील अहमद खान, तनवीर खान, प्राध्यापिका सुहाना परवीन आदि उपस्थित थी.
समारोह में छठे सेमेस्टर के हिन्दी तथा उर्दू विभाग के छात्र-छात्राओं को हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था जिसमें सुमन अग्रवाल, लक्ष्मी कुमारी, दीक्षा वर्णवाल, शीतल प्रसाद, मनीषा कुमारी आदि शामिल थीं. इन छात्राओं ने भी मुंशी प्रेमचंद के साहित्य के अनेक विषयों पर चर्चा की. उर्दू विभाग के रीना परवीन, फरहा नाज, शहनाज, आयशा खातून छात्राओं द्वारा भी प्रेमचंद पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया. विभागाध्यक्ष डॉ सिंह ने बताया कि प्रेमचंद जी का आगमन हिन्दी साहित्य के इतिहास में एक परिवर्तनकारी घटना है. प्रेमचंद जी ने जो समस्या सौ वर्ष पूर्व उठायी वह आज भी जस की जस है.
यह उनके कालजयी रचनाकार होने का सबसे बड़ा प्रमाण है. इस समारोह में मुख्य अतिथि शिवकुमार यादव ने बताया कि प्रेमचंद जी को पाश्चात्य लेखक मैक्सिम गोर्की के समकक्ष खड़े होते है. उनकी कहानियों की विचारधारा में आदर्शवादी विचारधारा भी मिलती है. समारोह का संचालन प्रो आलम शेख ने किया. प्रो निशिकांत तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया.