रानीगंज : रानीगंज के रहने वाली छात्रा नेहा साव ने ग्लोबल वार्मिंग की बढ़ती समस्या को देखते हुए पर्यावरण के क्षेत्र में पूरे भारतवर्ष स्तर पर काफी कार्य किया है.इसके अलावा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एवं उन्हें स्वनिर्भर बनाने के लिए उन्हें रोजगार देने के लिए लगातार कार्य कर रही हैं.
अभी तक 20,000 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार के लिए ट्रेनिंग प्रदान की है. नेहा ने बताया कि वे रानीगंज डीएवी स्कूल से कक्षा दसवीं तक पढ़ी है। उसके पश्चात रानीगंज के एस के एस पब्लिक स्कूल से हाई सेकेंडरी की परीक्षा पास करके नेशनल स्तर की परीक्षा एनआईएफडी मैं सफल होकर भुनेश्वर से फैशन डिजाइनिंग कर रही है.
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में फैशन इंडस्ट्री विश्व की दूसरी सबसे बड़ी ऐसी इंडस्ट्री है जो सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाती है. वह बेंगलुरु से ऑर्गेनिक डाई बनाने के लिए रिसर्च कर रही है जहां सौ प्रतिशत नेचुरल वस्त्र का निर्माण कर पाएगी भविष्य में वे ई कॉमर्स बिजनेस से नेहा ने बताया कि एक वर्ष पहले उन्होंने वाईएसआई यानी यूथ फॉर फाउंडर नामक एनजीओ का गठन किया था. इसमें वह फाउंडर अध्यक्ष एवं उनके साथ पांच सदस्यों की टीम है.
इसके अलावा भारत वर्ष के 11 राज्यों में 210 की संख्या में उनके वॉलिंटियर है जो ग्लोबल वार्मिंग की बढ़ती समस्या को ध्यान में रखते हुए लोगों को पर्यावरण के प्रति लगातार जागरूक कर रहे हैं. नेहा ने भारत में 25 से अधिक स्कूलों और कॉलेजों के लिए जलवायु परिवर्तन जलवायु कार्रवाई एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए किए जाने वाले उपायों के बारे में जागरूकता फैलाई है. नेहा को भुवनेश्वर उड़ीसा के विश्वविद्यालय में भी सम्मानित किया गया है.
महाराष्ट्र में उन्हें मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है. उनकी संस्था का उद्देश्य युवाओं की ओर से चलाए जाने वाली संस्था है जो युवाओं और महिलाओं को सशक्त और स्वतंत्र बनाने के लिए कार्य में लगा हुआ है. करीब महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्रता और सशक्त बनाने के लिए वह हमेशा प्रयासरत है.
महिलाओं को उन रूढ़ियों को तोड़ सकें जो पुरुषों के लिए विनर में जो अभी भी विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद है. हम समाज के बीच में स्थाई जीवन शैली विकसित करना चाहते हैं और अस्थाई उपज के माध्यम से अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करना चाहते हैं. हम ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को शिक्षित और प्रशिक्षित करते हैं.