में आक्रोशित ग्रामीणों ने सरकारी खाली जमीन बेचने का आरोप लगाते हुए पंचायत कार्यालय का घेराव किया एवं जमकर हंगामा मचाते हुए कर्माअध्यक्ष साधिन घोष के वाहन में तोड़फोड़ की. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया एवं श्री घोष को लोगों के चंगुल से छुड़ाकर थाने ले गई. उल्लेखनीय है कि जेमुआ ग्राम में पिछले कई बरसों से सरकारी खाली जमीनों प्रमोटरों को बेचने का सिलसिला जारी है. माकपा के शासन काल में भी खाली जमीन बेचने का आरोप माकपा नेताओं पर लगता रहा था.
वर्तमान समय में तृणमूल के अधीन ग्राम पंचायत आने के बाद जमीन बेचने का अवैध तरीके से जमीन बेचने का सिलसिला जारी है. कर्माअध्यक्ष साधिन घोष पर बाहरी लोगों को मोटी रकम लेकर जमीन बेचने का आरोप लग रहा था. मंगलवार को पंचायत कार्यालय के समीप खाली जमीन को दाग देकर उसे बेचने का प्रयास किया जा रहा था. इसकी भनक मिलते ही ग्रामीणों में आक्रोश फूट पड़ा एवं ग्रामीणों ने पंचायत कार्यालय के समक्ष जमकर हंगामा शुरू कर दिया.
कार्यालय में बैठे कर्माध्यक्ष साधिन घोष ने लोगों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन लोगों के आक्रोश को देखते हुए श्री घोष खुद को कार्यालय में बंद कर लिया. इसी दौरान आक्रोशित लोगों ने उनके वाहन में जमकर तोड़फोड़ की. उनका वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. सूचना पाकर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची एवं लोगों को समझा बुझा कर मामला शांत किया.