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दुर्गापुर : हिंदी माध्यम के प्रतिष्ठित स्कूलों पर दबाव
दुर्गापुर : नया साल आरंभ होते ही सरकारी स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. हिन्दी माध्यम स्कूलो में पांचवीं कक्षा में नामांकन कराने के लिए छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों में आपा-धापी मची है. बेनाचिती स्थित नेताजी विधालय (एचएस) और भारतीय हिन्दी हाई स्कूल जैसे पुराने स्कूलो में पांचवीं कक्षा में नामांकन के लिए […]
दुर्गापुर : नया साल आरंभ होते ही सरकारी स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. हिन्दी माध्यम स्कूलो में पांचवीं कक्षा में नामांकन कराने के लिए छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों में आपा-धापी मची है. बेनाचिती स्थित नेताजी विधालय (एचएस) और भारतीय हिन्दी हाई स्कूल जैसे पुराने स्कूलो में पांचवीं कक्षा में नामांकन के लिए दूसरे स्कूलो के बच्चे और उनके अभिभावक चक्कर काट रहे है,.
ज्ञात हो कि हिन्दी माध्यम के बच्चो की सुबिधा के लिए शहर मे हिन्दी स्कूलो की संख्या मे बढ़ोतरी की गई है. कई स्कूलो का दर्जा बढ़ाया गया है. लेकिन उसके बाद भी कुछ स्कूलो मे नामांकन के लिए आपाधापी मची रहती है.
नामांकन के लिए चक्कर लगा रहे राजकुमार मण्डल, सतोष साव, ओमप्रकाश राजभर आदि ने बताया कि इन स्कूलो में एक बार नामांकन हो जाने के बाद उच्च मध्यमिक तक नामांकन की चिंता से मुक्ति मिल जाती है. सीट की कमी के कारण लॉटरी से भी नामांकन मिलने में संशय है. जिसे देखते हुए दोनों स्कूलो से नामांकन पत्र उठाने का निर्णय लिया है.
नेताजी विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुधीर कुमार सुमन ने बताया कि बेनाचिती के साथ-साथ आस-पास के इलाके के भी छात्र-छात्राओं व अभिभावकों का दबाब इसी स्कूल में नामांकन के लिए रहता है. जिसके कारण असुविधा होती है. उन्होने बताया की फिलहाल अपने प्राथमिक विभाग के बच्चो को प्राथमिकता दी जा रही है. उसके बाद बची सीटों टो पर नामांकन के लिए बैठक कर निर्णय लिया जायेगा.
नामांकन के नाम पर वसूली की जांच शुरू
बर्दवान म्यूनिसिपल गर्ल्स हाई स्कूल के खिलाफ गार्जयनों की शिकायत
जिलाशासक अनुराग श्रीवास्तव ने जिला शिक्षा निरीक्षक से मांगी रिपोर्ट
बर्दवान. बर्दवान नगर स्थित म्यूनिसिपल गर्ल्स हाई स्कूल के खिलाफ गार्जियनों ने अतिरिक्त राशि वसूली की शिकायत जिलाशासक तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की है. उनका आरोप है कि अतिरिक्त वसूली स्कूल के विकास के नाम पर नामांकन के समय की जा रही है.
जिलाशासक अनुराग श्रीवास्तव ने इसकी जांच के आदेश दिये हैं तथा जिला स्कूल निरीक्षण से रिपोर्ट मांगी है. डीआइ श्रीधर प्रमाणिक ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है. प्रधानाध्यापिका श्रावणी मल्लिक ने टिप्पणी करने से इंकार किया है.
गाजिर्यनों के शिष्टमंडल ने गुरूवार को जिलाशासक से शिकायत की. इसके पहले उनसे बीते 31 दिसंबर को भी शिकायत की गई थी. डीआइ से भी शिकायत की गई थी. उनका कहना है कि बार्षिक परीक्षा के रिजल्ट निकलने के बाद विभिन्न कक्षाओं में नामांकन के नाम पर पांच सौ रुपये से लेकर 12 सौ रुपये तक की मांग की गई.
रुपये नहीं देने पर मार्क्सशिट नहीं देने की धमकी भी दी गई. छात्राओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. गार्जियन अग्निवेश बनर्जी तथआ विश्वनाथ राय ने कहा कि इस वसूली पर रोक लगनी चाहिए.
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