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आसनसोल : काजी नजरूल यूनिवर्सिटी का मामला, परीक्षा जल्द कराने के लिए छात्रों का धरना
आसनसोल : काजी नजरूल यूनिवर्सिटी के अधीनस्थ स्नातकस्तरीय कॉलेजों के सैकड़ों विद्यार्थियों ने शुक्रवार को दूसरे वर्ष की बैक लॉग परीक्षा के आयोजन और परीक्षा परिणाम की तिथि लिखित में देने की मांग पर प्रशासनिक भवन के मेनगेट के समक्ष धरना दिया. अधिकारियों एवं विभागीय स्तर से कोई पहल नहीं होते देख उन्होंने दूसरे तल्ले […]
आसनसोल : काजी नजरूल यूनिवर्सिटी के अधीनस्थ स्नातकस्तरीय कॉलेजों के सैकड़ों विद्यार्थियों ने शुक्रवार को दूसरे वर्ष की बैक लॉग परीक्षा के आयोजन और परीक्षा परिणाम की तिथि लिखित में देने की मांग पर प्रशासनिक भवन के मेनगेट के समक्ष धरना दिया.
अधिकारियों एवं विभागीय स्तर से कोई पहल नहीं होते देख उन्होंने दूसरे तल्ले स्थित उप परीक्षा नियंत्रक डॉ निखिलेश बारीक का घेराव किया ओर कुलपति डॉ साधन चक्रवर्ती को बुलाने की मांग की. डॉ बारीक के असमर्थता जताने पर उन्हें उनके कक्ष में बंद कर छिटकनी लगा दी. उनके कक्ष के बाहर प्रदर्शन चलता रहा. परीक्षा नियंत्रक डॉ सलील कुमार दास ने उन्हें समझाने का प्रयास किया. लेकिन उन्होंने भी लिखित देने में असमर्थता जतायी. उन्हें भी उप परीक्षा नियंत्रक के कक्ष में बंद कर दिया गया.
परीक्षा नियंत्रक एवं उप परीक्षा नियंत्रक के बंधक बनाये जाने की सूचना पाकर रजिस्ट्रार डॉ एस गुहा, उप रजिस्ट्रार चैताली दत्त व यूनिवर्सिटी के सुरक्षा गार्ड पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया. रजिस्ट्रार डॉ गुहा ने कहा कि दूसरे वर्ष के बैकलॉग स्टूडेंट्स की परीक्षा और परीक्षा परिणाम समय से लिये जायेंगे ओर सभी को पीजी पाठयक्रम में दाखिला मिलेगा.
परंतु आंदोलनकारी लिखित आश्वासन पर अड़े रहे. रजिस्ट्रार एवं उप रजिस्ट्रार ने अनुरोध कर किसी तरह परीक्षा नियंत्रक को कमरे से मुक्त कराया. हालांकि देर शाम छात्रों ने आंदोलन वापस ले लिया.
परीक्षा नियंत्रक डॉ दास ने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के सैकड़ों छात्र-छात्राएं उनके कार्यालय में आकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उप परीक्षा नियंत्रक को घंटों कमरे में बंद कर दिया. इससे कई महत्वपूर्ण कार्य बाधित हो गये हैं. दूसरे वर्ष के बैकलॉग परीक्षा तीन जुलाई से आरंभ होकर 26 जुलाई तक चलेगी ओर परीक्षा परिणाम 31 अगस्त के पहले घोषित कर दिये जायेंगे.
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स को कुलपति की अनुपस्थिति में ये बातें लिखित देना उनके सामर्थ्य के बाहर है. स्टूडेंट्स उनकी बातों पर भरोसा नहीं कर रहे हैं. सोमवार को कुलपति के आने पर आगे का निर्णय लिया जायेगा. उप परीक्षा नियंत्रक डॉ बारीक ने कहा कि परीक्षा नियंत्रक विभाग का कार्यालय पूर्ण रूप से प्रवेश निषेध जोन है. सैकड़ों छात्र- छात्राएं यहां जबरन घुस आये. शोर शराबा, हंगामा और प्रदर्शन किया. कई गोपनीय महत्वपूर्ण और जरूरी दस्तावेज हैं.
प्रदर्शनकारी स्टूडेंट अमृता चटर्जी ने कहा कि इससे पहले भी दूसरे वर्ष के बैकलॉग की परीक्षा आयोजित किये जाने का आश्वासन दिये जाने के बावजूद निर्धारित तिथि पर परीक्षा नहीं ली गयी. बार बार मौखिक आश्वासन दिये जा रहे हैं. उन्हें लिखित रूप में चाहिए.
क्या कहा छात्रों ने
माइकल मधुसूदन मेमोरियल कॉलेज दुर्गापुर, रानीगंज गर्ल्स कॉलेज, आसनसोल गर्ल्स कॉलेज, बीसी कॉलेज, कुल्टी कॉलेज, दुर्गापुर वूमेंस कॉलेज के अर्पण रॉय, खैयाल चटर्जी, पायल चटर्जी, दिवाकर विश्वकर्मा, देबमाल्य मुखर्जी, सुस्मिता दे, रोबीन दे, अंतरा मुखर्जी, इति माजी आदि ने कहा कि अगस्त के अंत तक परीक्षा परिणाम घोषित किये जाने से दूसरे विश्वविधालयों में पीजी कोर्स में दाखिले का अवसर नहीं मिल सकेगा. जिससे उनका एक साल नष्ट हो जायेगा. हजारों स्टूडेंट के भविष्य का सवाल है.
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