दुर्गापुर : श्री लक्ष्मी नारायण भवन में सोमवार को 21वें श्याम महोत्सव का शुभारंभ विधिवत् पूजा-अर्चना से हुआ. मुख्य द्वार से लेकर पंडाल तक जगह-जगह फूलों की लड़ियों और आकर्षक झालरों से सजावट की गई. प्रभु श्याम का भव्य शृंगार किया गया था. इसे श्रद्धालु निहारते ही रह गये. बाबा का मुकुट सुनहरी रश्मियां बिखेर रहा था.
पूजन के बाद अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की गई. श्याम बाबा को छप्पन भोग अर्पित किया गया. शाम को जैसे ही बाबा की अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित हुई कि पूरा पंडाल हारे के सहारे की जय, श्याम बाबा की जय के जयकारों से गूंज उठा. इसके बाद बाबा का छप्पन भोग लगाया गया एवं पूजा-अर्चना की गई. श्रीश्याम दरबार के सदस्यों ने बाबा के गुणगान में भजन प्रस्तुत किये. इसके बाद दिल्ली से आयी भजन गायिका निशा दत्त ‘हारे, हारे का सहारा है तुम, बाबा के गुणगान में बिन बोले जब मिलता है
तो बोल के क्या मांगू.., तेरे भजन को गा ना सके ऐसी वाणी का क्या फायदा..’, तथा स्थानीय भजन गायक रूपलाल शर्मा ‘सांवरे की महफिल को सांवरा ही सजाता है, शृंगार कन्हैया का बड़ा प्यारा लगता है, हम तुम्हारे है प्रभु जी, तुम हमरे हो..’, ‘तुम्हारी शरण मिल गई सांवरे..’ आदि भजन प्रस्तुत कर लोगों को देर रात तक झूमाते रहे. भजन संध्या कार्यक्रम में हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित थे. खाटू श्याम बाबा को रिझाने के लिये एक से बढ़कर एक भजन से भक्तजन धन्य हो गये. श्रद्धालुओं की सेवा को मारवाड़ी युवा मंच की प्रतिभा मंडली भी लगी थी. केसरिया कुर्ता पहने जगह-जगह खड़े श्याम महोत्सव कार्यकर्ता श्रद्धालुओं को आयोजन स्थल तक पहुंचाने में सहयोग कर रहे थे. महोत्सव को सफल बनाने में श्री श्याम सेवा समिति के अध्यक्ष दिलीप जैन, सचिव पवन बाजोरिया, कोषाध्यक्ष श्रवण अग्रवाल, समाजसेवी राकेश भट्टड शाका, मनोज अग्रवाल, मारवाड़ी युवा मंच के दीपक कजोरिया, अशोक बंसल, गिरिराज शर्मा सहित श्रीश्याम सेवा समिति के सभी सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई.