खुली चुनौती. फिल्म ‘धूम’ की तर्ज पर शहर के बीचो-बीच िदनदहाड़े अपराधियों ने किया ’ऑपरेशन’
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साढ़े आठ करोड़ का सोना ले उड़े बाइक राइडर
खुली चुनौती. फिल्म ‘धूम’ की तर्ज पर शहर के बीचो-बीच िदनदहाड़े अपराधियों ने किया ’ऑपरेशन’ आसनसोल : पिछले कुछ सप्ताह से अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर लगातार सुर्खियों में रही हीरापुर थाना पुलिस को खुली चुनौती देते हुए अपराधियों ने थाना क्षेत्न के सबसे रिहायसी इलाका बर्नपुर रोड पर, स्नेहा अपार्टमेंट में स्थित वित्तीय […]
आसनसोल : पिछले कुछ सप्ताह से अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर लगातार सुर्खियों में रही हीरापुर थाना पुलिस को खुली चुनौती देते हुए अपराधियों ने थाना क्षेत्न के सबसे रिहायसी इलाका बर्नपुर रोड पर, स्नेहा अपार्टमेंट में स्थित वित्तीय संस्थान मुत्थुड फाइनेंस के आसनसोल कोर्ट मोड़ शाखा में शनिवार की सुबह साढ़े आठ करोड़ रुपये का डाका डाला. चारो ओर ट्रैफिक पुलिस की कड़ी चौकसी के बाद अपराधियों ने मात्र 35 मिनट में ऑपरेशन पूरा कर फिल्मी अंदाज में गायब हो गये. दे गये कमीश्नरेट पुलिस को उन्हें पकड़ने का चैलेंज.
दो बाहरी लोगों को भी बनाया बंधक
अपराधी जिस समय मुत्थुड फाइनेंस में डकैती कर रहे थे, उसी समय मत्थुड से सटे आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंस्योरेन्स कंपनी लिमिटेड के कार्यालय का गार्ड नंदू वहां सवा नौ बजे आया. वह कुछ समझ पाता, उससे पहले बाहर पहरा दे रहा एक अपराधी उसके कनपट्टी पर पिस्टल सटाकर उसे भी कार्यालय में बंधक बना लिया. कोर्ट मोड निवासी व नंदू का मित्न विजय कुमार मंडल जिसे नंदू ने मछली ले जाने के लिए बुलाया था. वह जब नंदू से मिलने साढ़े नौ बजे उसके कार्यालय में गया तो बाहर तैनात अपराधी उसे भी पिस्टल सटाकर बंधक बनाकर कार्यालय में बंद कर दिया. अपराधी जब निकले तो बंधक बनाए गए सभी लोगों का मोबाइल स्विच ऑफ कर अपने साथ लेकर निकल गये.
प्राथमिकी में आठ अपराधियों का जिक्र
शाखा प्रबंधक श्रीमती बसुनायक ने पुलिस को दी गयी अपनी शिकायत में लिखा है कि सात से आठ की संख्या में अपराधी इस कांड को अंजाम देने में शामिल थे. अपराधियों ने 26 से 27 किलोग्राम सोना और साढ़े चार लाख रु पये नगद राशि की लूट की है और सभी कर्मचारियों को बुरी तरह पिटायी की है. पुलिस ने सभी का मेडिकल कराया.
कर्मचारियों से की गयी घंटों पूछताछ
वित्तीय संस्थान की शाखा प्रबंधक सहित बंधक बनाये गये सभी कर्मचारी, गार्ड और बाहरी दोनों लोगों से डीसीपी (मुख्यालय) अरिंदम दत्ता चौधरी, एडीसीपी (वेस्ट) अनामित्न दास, सीआई अभीजित चटर्जी ने घंटों पूछताछ के बाद शाम को सभी को छोड़ दिया.
अपराधी पूरा समान नहीं ले गए
संस्थान में अपराधियों ने डकैती के दौरान वोल्ट से सारा सामान नहीं ले जा सके. उनका बैग भर गया था. संस्थान में स्थित गोदरेज के वाल्ट के अंदर 12 लॉकर हैं. सभी बिना ताला वाली डोएर है. जिसमे से अपराधियों ने नौ डोएर को खाली कर दिया. इतने में ही उनके तीन बरे-बड़े लगेज बैग भर गये. अपराधियों को चाभी मिलने में विलंब होने के कारण उनके पास समय की कमी हो गयी थी. हड़बड़ी में उनसे बहुत सारा सोने का सामान ऑफिस में ही गिर गया था. जिसे वे नहीं ले जा पाये. पुलिस अधिकारी जब पहुंचे तो वोल्ट के पास काफी सारे जेवरात, डिब्बों में बिखरे पड़े थे.
संस्थान का सीसीटीवी डेढ़ माह से खराब
शाखा कार्यालय में जितने भी सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, सभी डेढ़ माह से खराब है. पुलिस ने जब सीसीटीवी का डीवीआर निकाला तब पता चला कि यह डेढ माह से बंद है. इमरजेंसी अलार्म भी खराब पड़ा है. पुलिस ने शाखा प्रबंधक से इसका कारण जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि जिस कंपनी ने यह इंस्टॉल किया है उससे इसकी शिकायत की गई है. लेकिन अब तक मरम्मत नहीं की गयी है. इतने बड़े संस्थान में इस प्रकार की लापरवाही को भी पुलिस ने जांच के दायरे में रखा है.
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