कोलकाता: भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी द्वारा महानगर में जनसभा में तृणमूल कांग्रेस और उसकी नेता ममता बनर्जी के प्रति बार-बार रुख बदलने के बीच तृणमूल कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने लोकसभा चुनाव के बाद भी भाजपा के साथ गंठबंधन की संभावना को खारिज किया.
शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम ने कहा : हमारी नेता ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा के साथ चुनाव पूर्व या चुनाव बाद गंठबंधन की कोई संभावना नहीं है. श्री हकीम ने कहा : कांग्रेस एक डूबती नाव है. मोदी कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते, क्योंकि राजग कभी भी 272 के जादुई आंकड़े तक नहीं पहुंच पायेगी. हमारा मानना है कि केंद्र में ऐसी सरकार बनेगी, जिसमें क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधि होंगे. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली में केवल एक धर्मनिरपेक्ष व पारदर्शी सरकार सत्ता में आयेगी. उन्होंने राज्य से केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी व अधीर चौधरी पर तृणमूल व भाजपा के बीच गुप्त गंठबंधन के आरोप संबंधी बयान को लेकर हमला बोलते हुए कहा : कुछ लोग निहित स्वार्थ के चलते अफवाह फैलाकर मुसलिमों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं.
वहीं, तृणमूल सांसद सुलतान अहमद ने दावा किया कि चुनाव के बाद ममता बनर्जी के नेतृत्व में संघीय सरकार बनेगी, इसलिए कांग्रेस या भाजपा का समर्थन करने का सवाल ही नहीं उठता.