कोलकाता: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भरोसा जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था फिर पटरी पर आयेगी. निराश होने की जरूरत नहीं क्योंकि निवेश को बढ़ावा देने और मौद्रिक घाटे को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भारत का आर्थिक आधार मजबूत है. रुपये को स्थिर करना नीति निर्धारकों के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण काम है. राष्ट्रपति महानगर में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. श्री मुखर्जी ने कहा कि वैश्विक मंदी के असर से कोई भी अछूता नहीं है. यूरो जोन में शुरू हुआ यह संकट पूरे विश्व में फैल गया. जिस तरह पूरे विश्व को इससे जूझना पड़ रहा है.
भारत को भी इससे लड़ना होगा. श्री मुखर्जी ने इस वर्ष बेहतर मानसून का हवाला दिया और कहा कि कृषि का विकास और खाद्यान्न की कीमतों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. उत्पादन सेक्टर के विकास की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि जीडीपी में उत्पादन सेक्टर की हिस्सेदारी 1980 से 16 फीसदी रही जबकि अन्य एशियाई अर्थव्यवस्था में यह 25-34 फीसदी तक रहा है. कार्यक्रम में राज्यपाल एमके नारायणन भी उपस्थिति रहे. राष्ट्रपति तीन दिनों के बंगाल दौरे पर पहुंचे हैं. वह रविवार को घाटाल विद्यासागर हाई स्कूल के नये भवन का उद्घाटन करेंगे. साथ ही विद्यासागर विश्वविद्यालय में सातवां विद्यासागर मेमोरियल लेक्चर भी देंगे. सोमवार को श्री गौड़िया मठ में श्री चैतन्य महाप्रभु म्यूजियम की आधारशिला रखेंगे.