कोलकाता: देश में तेजी से बढ़ते ई कॉमर्स क्षेत्र का फायदा उठाने की दौड़ में अब डाक विभाग भी शामिल होने जा रहा है. भारतीय डाक के पश्चिम बंगाल सर्किल ने स्थानीय व्यापारियों के लिए ऑनलाइन मार्केटप्लेस बनाने की योजना बनायी है. विभाग इसके लिए विभिन्न औद्योगिक संघों से बातचीत कर रहा है.
भारतीय डाक के कोलकाता जीपीओ के वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआइ (भाषा) को बताया कि ई कॉमर्स तेजी से उभरता क्षेत्र है और ऐसे में वह क्षेत्र के स्थानीय व्यापरियों और कारोबारी घरानों को जोड़ कर अधिक राजस्व जुटाने का प्रयास कर रहा है.
उन्होंने बताया : इसके लिए हमारी कोलकाता, हावड़ा और अन्य जिलों के वाणिज्य मंडलों की मदद लेने की योजना है. भारतीय डाक पहले ही बंगाल वाणिज्य एवं उद्योग मंडलों को डाक अधिकारियों और स्थानीय व्यापारियों के साथ बातचीत का इंतजाम करने के लिए गुजारिश कर चुका है.
उन्होंने बताया : हमने बंगाल वाणिज्य मंडलों को इस आशय का प्रस्ताव लिखा है कि वह स्थानीय व्यापारियों और कारोबारी घरानों के साथ हमारी बातचीत के लिए व्यवस्था करे. इसके अलावा हमने कोलकाता, हावड़ा और अन्य जिलों के उद्योग मंडलों से भी इसके लिए सहयोग करने के लिए लिखा है. भारतीय डाक के इस अधिकारी का कहना है : हम चाहते हैं कि हर कोई इस उद्यम में हमारे साथ सहयोग करे. वर्तमान में ज्यादातर ई-कॉमर्स कंपनियों देश के दूर-दराज इलाकों और गांवों को नरजंदाज रही रही है. इंडिया पोस्ट की देश के दूर-दराज इलाकों तक पहुंच है और इससे समूचे ई-कॉमर्स उद्योग में नाटकीय बदलाव आ सकता है. सूत्रों के अनुसार भारतीय डाक इसके लिए विशेष प्रकोष्ठ बना रहा है.