कोलकाता. हावड़ा जिले में जिस तरह टैक्सी चालकों को पुलिस परेशान कर रही है, उससे लगता है कि आनेवाले दिन अच्छे नहीं होनेवाले. त्योहार समाप्त हो चुके हैं, लेकिन दुर्गापूजा से पहले की गयी हमारी मांगों पर सरकार ने अभी तक कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी है. उलटे दो महीनों में पुलिस की ज्यादती और बढ़ गयी है.
विशेष कर हावड़ा में पुलिस ने टैक्सीवालों के खिलाफ कई फर्जी मामले किये हैं. लिहाजा एक बार फिर हम अपनी 11 सूत्री मांगों के साथ सड़क पर उतरनेवाले हैं.
उक्त बातें कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने कही हैं. शनिवार को वह ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में पश्चिम बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी और कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हावड़ा स्टेशन पर जीआरपी और ट्रैफिक पुलिस की ज्यादती के विरोध में 20 नवंबर को टैक्सीवाले हावड़ा स्टेशन जीआरपी और ट्रैफिक पुलिस का बहिष्कार करेंगे और हावड़ा जिले में टैक्सी लेकर नहीं जायेंगे. इसके बाद 28 नवंबर को टैक्सी चालकों का नवान्न अभियान होगा. हजारों की संख्या में टैक्सी चालक अपनी टैक्सी के साथ नवान्न पहुंचेंगे और संगठन की तरफ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 11 सूत्री मांग पत्र सौपेंगे. उनकी प्रमुख मांगें हावड़ा, कोलकाता, सियालदह और शालीमार स्टेशनों पर टैक्सी चालकों के लिए शौचालय उपलब्ध कराना, हावड़ा स्टेशन पर अवैध रूप से चल रही एक हजार अवैध शटल गाड़ियों पर रोक तथा रिफ्यूजल के बहाने पुलिस की दमनकारी नीति पर रोक लगाने की है. बैठक में मुख्य रूप से एकराम खान, अवनीश शर्मा, मुकेश तिवारी, प्रताप सिंह, रवींद्र सिंह एवं मो अख्तर मौजूद थे.
मुख्यमंत्री व राज्यपाल को लिखेंगे पोस्टकार्ड
नवंबर में टैक्सी चालक मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम पोस्टकार्ड भेज कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करायेंगे. हमारा लक्ष्य है कि ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस समर्थित पश्चिम बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी और कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन की तरफ से 50 हजार पोस्टकॉर्ड मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के पास पहुंचे.