कोलकाता/ गंगटोक: भारत-नेपाल सीमा पर अवैध गतिविधियों को रोकने तथा सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाते हुए दोनों देशों को वर्षो पुराने मैत्रीपूर्ण संबंधों को बनाये रखने पर विचार के लिए नेपाल के आम्र्ड पुलिस फोर्स (एपीएफ) के इस्ट रिजनल आम्र्ड पुलिस फोर्स हेडक्वार्टर,सुनसरी, नेपाल में भारत के सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और नेपाल के एपीएफ के डीआइजी स्तर के अधिकारियों की एक समन्वय बैठक का आयोजन किया गया. एसएसबी के गंगटोक सेक्टर के उप महानिरीक्षक रूप सिंह ने इसमें भारतीय दल का नेतृत्व किया, जबकि नेपाल के बरहा ब्रिगेड के डीआइजी पुष्प राम केसी ने नेपाल का नेतृत्व किया.
बैठक में भारत-नेपाल संबंधों की ऐतिहासिक प्रासंगिकता पर बल दिया गया तथा सीमांत क्षेत्र की जनता के बीच बेहतर संबंध कायम करने पर बल दिया गया. बैठक में भारत-नेपाल सीमा से संबंधित अन्य मुद्दों पर भी व्यापक विचार-विमर्श किया गया तथा दोनों देशों के बीच पड़ने वाले सीमा स्तम्भों की देखरेख व रख-रखाव पर विचार किया गया.
दोनों देशों के बीच इससे संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान पर भी विचार किया गया. बैठक में नेपाल के रास्ते होने वाले मादक पदार्थो की तस्करी को रोकने पर भी गहन विचार किया गया. बैठक में नेपाल के अधिकारियों ने बताया कि सिक्किम से शराब नेपाल में भेजी जाती है जिसे रोकना होगा. इस समन्वय बैठक में सीमा पर समय-समय पर फ्लैग मीटिंग आयोजित करने का भी सुझाव नेपाल के अधिकारियों ने दिया. इसके साथ ही उन्होंने काफी समय से सिक्किम पश्चिम के जिलाधिकारी तथा नेपाल के मुख्य जिला विकास पदाधिकारी के बीच बैठक न होने पर चिंता व्यक्त की. बैठक में इस सीमा को सवरेत्तम सीमा बनाने पर भी विचार किया गया. दोनों देशों के अधिकारियों ने कहा कि सीमा की चौकसी के साथ-साथ सीमा के लोगों को राष्ट्रीय एकता के प्रति जागरूक करने के लिए सामाजिक चेतना अभियान, मानव व पशु चिकित्सा शिविर तथा स्वरोजगार प्रदान करने वाले कार्यक्रम सीमान्त क्षेत्रों में आयोजित किये जाते हैं.
इस अवसर पर एसएसबी द्वारा सीमा पर किये जा रहे कार्यो से संबंधित एक पुस्तिका भी नेपाल के उप महानिरीक्षक को प्रदान किया गया. बैठक में एसएसबी के गंगतोक सेक्टर के उप क्षेत्र संगठक (प्रचालन व कार्मिक) विकास मारवाह तथा सहायक प्रचार अधिकारी केके कर्ण भी भारतीय दल के साथ वहां गये.