ममता बनर्जी ने कहा-तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में रहने तक
मुख्यमंत्री ने गोजमुमो को दी चेतावनी
दार्जिलिंग/सिलीगुड़ी : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दृढ़तापूर्वक कहा कि जब तक पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है वे किसी भी हालात में बंगाल से दार्जिलिंग को अलग नहीं होने देंगी बल्कि वे विशेष आर्थिक सहायता देकर इस क्षेत्र में विकास ला रही हैं.मुख्यमंत्री रविवार को पार्टी उम्मीदवार बाइचुंग भुटिया के समर्थन में दार्जिलिंग के चौरास्ता में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रही थीं. उधर, सिलीगुड़ी की एक सभा में ममता ने कहा कि चुनाव बाद तृणमूल के सहयोग से केंद्र में सरकार बनेगी.
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, चुनाव के बाद गोरखा जनमुक्ति मोरचा का क्या हश्र होगा, लोग देखेंगे. दार्जिलिंग की सभा में ममता ने कहा कि उनकी सरकार ने बहुत से विकास कार्यों को पहाड़ी क्षेत्रों में शुरू किया है. यहां पर प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, आइटीआइ और बिजली तथा पीने के पानी से जुड़ी कई योजनाओं को अनुमति प्रदान की गयी है. बार-बार होने वाले ‘बंद’ पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि वही लोग हड़ताल, दुकान-व्यापार बंद और होटलों के बंद करने का आह्वान करते हैं, जिनके बच्चे पहाड़ों के बाहर जाते हैं और आनंद उठाते हैं. ममता ने कहा : हम सब यहां पहाड़ के विकास के लिए हैं. मुख्यमंत्री ने वादा किया कि इस बार के चुनाव निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में होंगे.
भाजपा पर निशाना
ममता ने कहा है कि भाजपा दोहरी नीति अपना रही है. वह पहाड़ में कुछ और बोलती है और समतल में कुछ और. दार्जिलिंग व यहां की जनता के प्रति भाजपा की नीति स्पष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि पहाड़ में जब भूस्खलन हुआ था, भूकंप आया था. उस वक्त पहाड़ की जनता का दुख-दर्द सुनने के लिए मैं आयी थी, दिल्ली से कोई नहीं आया. पहाड़ की सत्ताधारी पार्टी ने गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन की मांग की थी, जिसे मैंने पूरा कर दिया.
दो-चार विभागों को छोड़ कर सभी विभाग जीटीए को दे दिया, लेकिन जीटीए की ओर से जितना विकास होना चाहिए था, उतना नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि मैं जब रेल मंत्री थी, तब दार्जिलिंग के लिए काफी कुछ किया था. सिर्फ यहीं नहीं, राज्य में हमारी सरकार बनने के बाद दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र का काफी विकास किया गया.
उन्होंने कहा कि पहाड़ मुझे काफी पसंद है. पहाड़ वाकई में खूबसूरत है. देश-विदेश से पर्यटक यहां आते हैं. राज्य में तृणमूल की सरकार बनने के बाद पहाड़ में गणतंत्र की स्थापना हुई. पहाड़ में जब भी कोई मुसीबत आयी, मैंने हमेशा साथ दिया. मैं पहाड़ का भरपूर विकास करना चाहती हूं. जनसभा में फिल्म कलाकार मिठुन चक्रवर्ती भी उपस्थित थे. उन्होंने बाइचुंग भुटिया को साथ लेकर मंच पर डांस भी किया.
उधर, सिलीगुड़ी में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने गोरखा जनमुक्ति मोरचा को धमकी के अंदाज में कहा कि आम चुनाव के बाद केंद्र में भी तृणमूल कांग्रेस के बल पर सरकार बनेगी. चुनाव के बाद मोरचा का क्या हश्र होता है, लोग देखेंगे. मोरचा को यह चेतावनी ममता ने रविवार को सिलीगुड़ी के बाघाजतीन पार्क में आयोजित चुनावी जनसभा के दौरान दी. वह भाजपा, कांग्रेस व माकपा पर जमकर बरसीं. भाजपा पर जहां देश को बांटने का आरोप लगाया, वहीं कांग्रेस को शर्मनाक पार्टी कहा. साथ ही ‘न घर का न घाट का’ मुहावरे से माकपा को नवाजा.
उन्होंने दार्जिलिंग लोकसभा सीट से जीएनएलएफ समर्थित तृणमूल प्रत्याशी बाइचुंग भुटिया को भारी मतों से जीत दिलाने की अपील करते हुए कहा कि इस बार चुनाव में पहाड़ के तामांग, लेप्चा समेत सभी पहाड़ी समुदाय तृणमूल को समर्थन कर रहे हैं और बाइचुंग भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे. उन्होंने पहाड़ के विकास के लिए कहा कि पहाड़ के सभी समुदायों की भाषा-संस्कृति व धर्म के आधार पर आर्थिक विकास होगा. तीन वर्ष पहले पहाड़ अपने हश्र पर जिस तरह से आंसू बहा रहा था, वही पहाड़ आज खिलखिला रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा संकल्प है कि मैं कभी पहाड़-समतल का विभाजन नहीं होने दूंगी और विकास के मुद्दे पर कभी भी किसी से छिप कर व छुपा कर कोई समझौता नहीं करूंगी. उन्होंने कहा कि तीस्ता का पानी उत्तर बंगाल के लिए काफी आवश्यक है. मंच पर मिठुन चक्रवर्ती व बाइचुंग भुटिया भी मौजूद थे.