पुरुलिया : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज माकपा और कांग्रेस पर जंगलमहल में वामपंथी हिंसा को उकसाने का आरोप लगाया और कहा कि वह नक्सलियों को इलाके में फिर से सक्रिय नहीं होने देंगी.
ममता झारखंड की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के कोटशिला में एक रैली को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने पुरुलिया, बांकुडा और पश्चिम मिदनापुर जिलों को लेकर बने जंगलमहल इलाके में शांति स्थापित करने के लिये उनकी सरकार द्वारा उठाये गये कदमों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने से पूर्व जंगलमहल इलाके में प्रति वर्ष 400 से 500 लोग मारे जाते थे. इनमें अनेक पुलिसकर्मी भी होते थे. उन्होंने कहा कि अभी भी बहुत से लोग लापता हुए अपनों के लौटने का इंतजार कर रहे हैं.
ममता ने कहा कि अब दहशत के वे दिन खत्म हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि वह इलाके में माओवादी हिंसा को फिर से सिर नहीं उठाने देंगी. उन्होंने कहा, ‘‘अब यहां शांति है.’’ उन्होंने वहां एकत्र लोगों से पूछा कि क्या उन्हें अब बंदूकों की आवाज सुनायी देती है तो जनता ने जोश से कहा, ‘‘नहीं’’. ममता ने कहा, ‘‘गोलियां नहीं, मत महत्वपूर्ण हैं.’’ उन्होंने हुंकार भरी, ‘‘हम जंगलमहल में आतंक को फिर नहीं पनपने देंगे.’’ उन्होंने लोगों से कहा, ‘‘वे लोग कुछ लोगों से चुनाव बहिष्कार के आह्वान में भाग लेने को कह रहे हैं. उन पर ध्यान मत दीजिये. शांति और विकास के लिये मतदान कीजिये. यह माकपा और कांग्रेस की चाल है.’’