कोलकाता. 2016 में देश भर में हुई मानव तस्करी के मामलों में पश्चिम बंगाल का नाम तालिका में सबसे ऊपर है. तालिका में दूसरे स्थान पर राजस्थान का नाम है. मजे की बात यह है कि दोनों राज्यों ने 2015 की स्थिति को बरकरार रखा है. वहीं इस वर्ष जून तक बंगाल में मानव तस्करी के 331 मामले दर्ज हो चुके हैं.
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष देश भर में मानव तस्करी के 8132 मामले दर्ज हुए थे, जिनमें से अकेले बंगाल में 3576 एवं राजस्थान में 1422 मामले थे. पीड़ितों में अधिकांश महिलाएं एवं बच्चे हैं. तस्कर अधिकतर उत्तर व दक्षिण 24 परगना, नदिया, मुर्शिदाबाद एवं मेदिनीपुर जिलों को अपना निशाना बनाते हैं.
स्वयंसेवी संस्था सुचतेना की स्वाति राय ने कहा कि केवल सरकारी परियोजनाआें से काम नहीं चलेगा, लोगों को आैर अधिक जागरूक करना होगा. एक अन्य स्वयंसेवी संस्था की सुप्रीया रायचौधरी ने कहा कि बंगाल-नेपाल आैर बंगाल-बांग्लादेश तस्करों के ट्रांजिट रूट हैं, जिन्हें सबसे पहले बंद करना होगा.