नोएडा : मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मेरठ दौरे में प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह पर लगाये गये मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के पोस्टर को फाड़ दिया और शराब की दुकानों पर जमकर उत्पात मचाया. दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वच्छता अभियान के तहत मंगलवार को मेरठ की शेरगढ़ी बस्ती पहुंचे, लेकिन उन्होंने बस्ती में स्थापित बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण नहीं किया.
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बस्ती के लोगों का आरोप है कि जो कोई भी इस बस्ती में आता है, सबसे पहले बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण करता है, मगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसा नहीं किया. इसी को लेकर आक्रोशित स्थानीय निवासियों ने शराब की दुकानों में तोड़फोड़ की. साथ ही, वहां लगे योगी आदित्यनाथ के पोस्टर भी फाड़ दिये.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, बताया जा रहा है कि शेरगढ़ी बस्ती में बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति लगी है. लोगों का कहना है कि जो भी बस्ती में आता है, बाबा की मूर्ति का माल्यार्पण करता है, लेकिन योगी ने ऐसा नहीं किया. गुस्साये लोगों की ये भी शिकायत थी कि बस्ती में मौजूद शराब की दुकानों से लोग काफी परेशान है. इस मसले पर योगी ने किसी से बात नहीं की.
हालांकि, हाल ही में शनिवार को योगी आदित्यानाथ मिशन सुबह झाड़ू लेकर लखनऊ की सड़क पर उतर आये. मुख्यमंत्री का मकसद यहां लोगों के बीच साफ-सफाई को लेकर जागरूकता फैलाने और यूपी को स्वच्छता के मामले में अव्वल लाने का है. इसी के तहत योगी लखनऊ के राममोहन बाग में खुद झाड़ू उठाकर सफाई में जुट गए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक पब्लिक शौचालय में जाकर वहां मौजूद सफाई कर्मचारियों से भी बात की थी. गंदगी के लिए यहां के मेयर को भी सीएम ने फटकार लगायी.
दरअसल देश भर विभिन्न शहरों में हुई स्वच्छता सर्वेक्षण में यूपी का हाल काफी बुरा दिखा. देश के सौ स्वच्छ शहरों में यूपी से केवल बनारस का ही नाम है. पंचायत आजतक में सीएम योगी से जब इसे लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने खुद मिशन क्लीन में जुटने का ऐलान किया. आजतक के इस विशेष कार्यक्रम में उन्होंने कहा, हमने इसको लेकर कार्य योजना तैयार की है. यूपी को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए योजना तैयार की है. उन मलिन क्षेत्रों में जाएंगे और सफाई को आंदोलन बनाया जायेगा. स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ायेंगे.
योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही ऐलान किया कि 2 अक्टूबर, 2018 तक यूपी के सभी जनपद खुले में शौच से मुक्त होंगे और जब स्वच्छता की अगली लिस्ट आयेगी, तो 100 में से 50 शहर यूपी के होंगे. इसके लिए सरकार सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर प्लान बना रही है, ताकि कूड़े का निस्तारण हो और उससे कंपोस्ट बनाकर एनर्जी पैदा कर सकें.