लखनऊ : उत्तर विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच रहा है. वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों का चुनाव प्रचार तेज हो गया है. समाजवादी पार्टी,बीएसपी और भाजपा में जोरदार टक्कर चल रहा है. चुनावी रैली में जबरदस्त शब्द बाण एक-दुसरे पर छोड़े जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां सपा सरकार के मुखिया अखिलेश यादव पर राज्य में भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को लेकर हमला कर रहे हैं तो वहीं बीएसपी प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोल रहे हैं.
इस बीच सपा सांसद और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी चुनावी रैली में जोरशोर से कूद पड़ी हैं. आज उन्होंने एक चुनावी सभा को संबोधित किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने चुनाव आयोग की ओर से समाजवादी स्वास्थ्य सेवा ऐंबुलेंस से समाजवादी शब्द को हटाने के दिये गये आदेश पर भी मोदी पर जमकर बरसीं.
डिंपल यादव ने कहा कि अगर ऐंबुलेंस में समाजवादी शब्द से दिक्कत है तो फिर नोट से हाथी और कमल के निशान को क्यों नहीं हटवाया जा रहा है. गौरतलब हो कि चुनाव आयोग के पास शिकायत किये जाने के बाद आयोग ने ऐंबुलेंस से समाजवादी शब्द हटाने का आदेश दिया था और उसके बाद यूपी में सभी समाजवादी ऐंबुलेंस से समाजवादी शब्द को ढ़ंक दिया गया है.
इधर डिंपल यादव ने पीएम मोदी के एक-एक वार का बड़ी सफाई से जवाब दिया. उन्होंने यूपी में कानून व्यवस्था के बारे में कहा, महिला के प्रति अपराध के मामले में यूपी 28वें नंबर पर आता है, लेकिन देश के जिन-जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है वहीं महिला हिंसा और अपराध ज्यादा होती हैं. भाजपा शासित राज्यों इस मामले में पहले और दूसरे नंबर पर आते हैं.
अमित शाह के ‘कसाब’ वाले बयान पर भी डिंपल यादव ने कहा, भाजपा वाले न जाने क से क्या बोलते हैं, लेकिन हमनें तो बचपन में क से कबूतर पढ़ा था. उन्होंने कहा हम बच्चों को क से कसाब नहीं बल्कि क से कंप्यूटर पढ़ाना चाहते हैं. स से स्मार्ट फोन और ब से बहनों को पेंशन बताना चाहते हैं.