लखनऊ :समाजवादीपार्टीमेंवर्चस्व की लड़ाई अब नया रंग ले रही है. चुनाव निकट आते-आते अब यह सिंबल व पार्टी संगठन पर कब्जे की लड़ाई से आगे बढ़कर वोटों पर कब्जे की लड़ाई में तब्दील होती दिख रही है. मुलायम सिंह यादव ने आज अपने बेटे पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव मुसलिम डीजीपी की नियुक्ति के खिलाफ थे. मालूम हो कि उत्तरप्रदेश में इस समय जाविद अहमद डीजीपी है. मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव मुसलिम विरोधी हैं. मुलायम के इस बयान को मुसलिम वोटरों पर पकड़ बनाये रखने की कोशिश का हिस्सा माना जा रहा है.
Akhilesh was against appointment of a Muslim DGP: Mulayam Singh Yadav in Lucknow
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 16, 2017
मुलायम सिंह ने कहा कि मैं पार्टी व साइकिल को बचाने के लिए सबसे बेहतरीन प्रयास कर रहा हूं और अगर इसमें सफल नहीं हुआ तो मैं उनके खिलाफ लड़ूंगा. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा रामगोपाल की इच्छा के अनुसार अभी काम कर रहा है. उधर, आज लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अखिलेश यादव का नेमप्लेट लगा दिया गया, हालांकि मुलायम सिंह यादव का राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पूर्व लगा नेमप्लेट नहीं हटाया गया है.
लखनऊ में अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हमें चुनाव आयोग के फैसले का इंतजार है चाहे वह जो भी हो. मुलायम ने कहा कि उन्होंने अखिलेश को तीन बार बुलाया, पर वो एक मिनट के लिए ही आया और मेरी बात शुरू होने से पहले ही चला गया. उल्लेखनीय है कि कल उत्तरप्रदेश के चुनाव की अधिसूचना जारी होने वाली है, ऐसे में संभावना है कि आज किसी समय साइकिल चुनाव सिंबल के बारे में चुनाव आयोग फैसला ले सकता है.
मुलायम सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि सिंबल चाहे जो भी हो आप हमारा साथ दीजिए. उन्होंने कहा कि रामगोपाल ने पार्टी को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने दावा किया कि आज सिंबल पर फैसला आ जायेगा. उन्होंने समर्थकों से कहा कि हमें जो भी सिंबल मिले हमारी मदद करना, उन्होंने कहा कि वे चुनाव में जायेंगे. उनके अनुसार, उन्होंने पार्टी के लिए कुर्बानी दी है.
उन्होंने अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने कई मंत्रियों को बेवहज कैबिनेट से बाहर किया. उन्होंने कहा कि उनका बेटा दूसरे के हाथों खेल रहा है. मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उनके द्वारा कई बार बुलाने पर भी अखिलेश नहीं आये, जब बीवी बच्चों की खसम खिलाई तब आये.
वहीं, मुलायम के खिलाफनारेबाजीकेमुद्दे पर अखिलेश ने अपने समर्थकों से कहा है कि वे नेताजी के खिलाफ नारा न लगायें.