लखनऊ : नोटबंदी के पूरे एक सप्ताह बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पायी है. लखनऊ के फूल विक्रेताओं का कहना है कि नोटबंदी के कारण उन्हें बहुत परेशानी हो रही है. ग्राहक नहीं आ रहे हैं और हमारे उत्पाद बर्बाद हो रहे हैं. कोई भी 500-1000 के नोट नहीं ले रहा है. बिक्री प्रभावित होने के कारण हम दुकान का किराया भी नहीं दे पा रहे हैं.
No one is accepting 500/1000 notes here so its a crisis like situation for us, not able to even recover shop rent: Lucknow flower seller pic.twitter.com/Na2MwwjFtd
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 16, 2016
We are facing a lot of problems due to ban on 500/1000 notes,we are not able to buy Urea or farming equipment: Prasad Yadav,Allahabad farmer pic.twitter.com/8AUF9o6EEd
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 15, 2016
Lucknow: UP CM Akhilesh Yadav announces that Rs 500/1000 old notes will be accepted for land registration till Nov 24th.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 15, 2016
वहीं नोटबंदी से किसान भी प्रभावित हैं. किसानों का कहना है कि वे खेती के लिए आवश्यक सामग्री नहीं खरीद पा रहे हैं, यहां तक की यूरिया खरीदना भी मुश्किल है.
इधर नोटबंदी के कारण आम लोगों की परेशान को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यह आदेश दिया है कि जमीन की रजिस्ट्री में पुराने 500 और 1000 के नोट 24 नवंबर तक लिये जायेंगे.