लखनऊ : अखिलेश यादव सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के पुत्र हैं और राजनीति के तमाम दांव उन्होंने अपने पिता से ही सीखे हैं लेकिन सत्ता के शीर्ष पर होते हुए भी मुलायम अपने पुत्र पर भारी पड़ रहे हैं. आज अपना बयान समाप्त करने के बाद मुलायम ने अखिलेश से कहा कि वह आकर शिवपाल के गले मिले, ऐसा हुआ भी लेकिन कुछ देर के बाद नजारा बदल गया और मंच पर ही अखिलेश और शिवपाल भिड़ गए.
टीवी रिपोर्ट के अनुसार मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश और शिवपाल को गले मिलवाया. इससे पहले मुलायम सिंह यादव के भाषण के बाद अखिलेश और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के बीच जबर्दस्त बहस हुई. एक पत्र को लेकर अखिलेश ने आशु मलिक को धक्का दिया जिसके बाद मुलायम ने उन्हें बचाया. इसी बीच अखिलेश और शिवपाल के बीच तीखी नोक-झोक भी हुई.
इस घटनाक्रम के पहले मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को जमकर खरी-खोटी सुनाई और कहा कि मैं शिवपाल और अमर सिंह के बिना नहीं चल सकता. इससे पहले अपने बयान में सीएम अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव के साथ तल्खी के बीच आज कहा कि अगर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव कहें तो वह पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं. अखिलेश ने सपा मुखिया द्वारा बुलायी गयी विधायकों, मंत्रियों तथा विधान परिषद सदस्यों एवं वरिष्ठ नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक में बेहद भावुक लहजे में कहा ‘‘अगर नेताजी (मुलायम) चाहें तो मैं पद छोडने को तैयार हूं. नेताजी जिसे ईमानदार समझते हों, उसे मुख्यमंत्री बना दें.’
अखिलेश के बयान के बाद शिवपाल ने कहा कि जिन्हें पार्टी से निकाला गया, वे भ्रष्ट हैं और वही हंगामा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अखिलेश ने कहा था कि वे दूसरा दल बनायेंगे या फिर दूसरे दल के साथ जायेंगे. उन्होंने कहा कि यह बात मैं कसम खाकर कहता हूं. मैं गंगाजल लेकर कसम खाकर यह बात कहता हूं.