28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

टूट के कगार पर सपा: मुलायम आज सबके सामने रखेंगे अपने ”मन की बात”

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ‘समाजवादी कुनबे’ में जारी वर्चस्व की जंग रविवार को चरम पर पहुंच गयी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस जंग में अपने मुकाबिल खड़े चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ-साथ उनके करीबी तीन अन्य मंत्रियों को बरखास्त कर दिया. वहीं, सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश के सबसे बड़े […]

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ‘समाजवादी कुनबे’ में जारी वर्चस्व की जंग रविवार को चरम पर पहुंच गयी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस जंग में अपने मुकाबिल खड़े चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ-साथ उनके करीबी तीन अन्य मंत्रियों को बरखास्त कर दिया. वहीं, सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश के सबसे बड़े हिमायती बताये जानेवाले पार्टी के ‘थिंक टैंक’ रामगोपाल यादव को दल से बाहर का रास्ता दिखा दिया.

इस विवाद के बीच रविवार को सपा सुप्रीमो मुलायम सिं‍ह यादव मीडिया के बीच आए और कहा कि आज मैं कुछ नहीं बोलूंगा कल आना कल मैं आपके सामने अपनी बात रखूंगा… आज वे पार्टी के बड़े नेताओं के साथ लखनऊ में बैठक करने वाले हैं. सपा के नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक को मुलायम के ‘मन की बात’ जानने की उत्सुकता है.

इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री ने विधानमंडल दल की बैठक में वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल और उनके करीबी माने जानेवाले मंत्रियों ओमप्रकाश सिंह, नारद राय व स्वतंत्र प्रभार की राज्यमंत्री सैयदा शादाब फातिमा को मंत्री पद से हटा दिया. बैठक में 229 में 183 विधायक शामिल हुए. बैठक में शिवपाल और उनके समर्थक विधायकों तथा मंत्रियों को नहीं बुलाया गया था.

मंत्रियों की बरखास्तगी के बाद तेजी से बदलते घटनाक्रम में सपा मुखिया ने पार्टी के ‘थिंक टैंक’ कहे जानेवाले अपने चचेरे भाई पार्टी महासचिव रामगोपाल को पार्टी से छह वर्ष के लिए निकाल दिया. निष्कासन की जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने रामगोपाल पर भाजपा से मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश उनके षड्यंत्र को नहीं समझ रहे हैं. आरोप लगाया कि रामगोपाल अपने सांसद पुत्र अक्षय यादव व बहू को यादव सिंह भ्रष्टाचार प्रकरण में बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. यादव सिंह को कुछ दिनों पहले सीबीआइ ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है.

रामगोपाल ने अपनी बरखास्तगी के बाद मुंबई से जारी एक पत्र में कहा कि नेताजी इस वक्त जरूर कुछ आसुरी शक्तियों से घिरे हुए हैं. जब वह उन ताकतों से मुक्त होंगे, तो उन्हें सचाई का अहसास होगा. मैं समाजवादी पार्टी में रहूं या ना रहूं, लेकिन इस धर्मयुद्ध में अखिलेश यादव के साथ हूं.

सपा में टूट की बढ़ती आशंकाओं के बीच मुलायम ने शाम को कोर समिति की आपात बैठक बुलायी, जिसमें उनके करीबी नेता शामिल हुए. अब सारी निगाहें सपा मुखिया की ओर से सोमवार को बुलायी गयी सपा विधायकों, मंत्रियों और विधान परिषद सदस्यों की बैठक पर हैं. माना जा रहा है कि इसमें कई और बड़े फैसले लिये जा सकते हैं.

हालांकि, मुख्यमंत्री अखिलेश ने सपा में टूट की अटकलों पर फिलहाल विराम लगाते हुए कहा कि मैं पार्टी में बना रहूंगा और पार्टी को मजबूत करता रहूंगा. पार्टी के सभी कार्यक्रमों में भाग लूंगा. मैं पांच नवंबर को सपा के रजत जयंती समारोह में रहूंगा और रथ यात्रा भी निकालूंगा. मुख्यमंत्री ने सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह का नाम लेते हुए कहा कि जो भी मंत्री या नेता उनका साथ दे रहा है, उसे बरखास्त कर दिया जायेगा. कुछ लोगों ने हमारे घर में आग लगाने का षड्यंत्र किया है. मैं उनके व उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करूंगा.

इस बीच, अमर सिंह के विरोध के स्वर तेज हो गये हैं. सपा के दो वरिष्ठ नेताओं आजम खां और नरेश अग्रवाल ने कहा कि एक शख्स ने पार्टी का बड़ा नुकसान कर दिया है और अपनों पर कार्रवाई करने के बजाय उस व्यक्ति पर कार्रवाई की जानी चाहिए. अमर सिंह की तरफ इशारा करते हुए अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक व्यक्ति पर आरोप लगाया है. वह कौन व्यक्ति है जो गड़बड़ी कर रहा है. सरकार पिछले साढ़े चार साल से अच्छी चल रही थी और कोई ऐसी तल्खी सामने नहीं आयी. उस व्यक्ति के दोबारा पार्टी में आने के बाद ही यह सब बातें क्यों शुरू हुईं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें