इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज कहा कि राजभवन प्रदेश की अस्थिर राजनीतिक हालात पर करीबी नजर रख रहा है, लेकिन उन्होंने विपक्षी दलों की मांग के अनुरूप शक्ति परीक्षण का आदेश देने से इनकार कर दिया. प्रदेश की सत्तारुढ समाजवादी पार्टी में चल रहे आंतरिक झगडे के कारण प्रदेश में राजनीतिक हालात स्थिर नहीं हैं. नाइक ने संवाददाताओं से कहा कि हम करीबी नजर रख रहे हैं. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि संकट की स्थिति में हम प्रभावी तरीके से दखल दे सकें. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा उनके चाचा और सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव के नेतृत्व वाले धड़ों के बीच चल रहे झगड़े के संबंध में किए गए सवालों के जवाब में नाइक ने उपरोक्त बात कही.
एक अन्य सवाल के जवाब में राज्यपाल ने कहा कि कुछ दलोंं ने शक्ति परीक्षण कराने की मांग की है. उनका कहना है कि सत्तारूढ़ दल के भीतर दरार के कारण राज्य की सरकार के पास विधानसभा में बहुमत का विश्वास नहीं रह गया. उन्होंने कहा कि लेकिन हमें याद रखना होगा कि उत्तर प्रदेश में चुनावी सीजन है और ऐसे वक्त में पार्टियों इस तरह की अटकलें लगाएंगी ही. यहां एक कृषि संस्थान के दीक्षांत समारोह में आये राज्यपाल ने मामले पर और कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मैं एक संवैधानिक पद पर हूं और मेरे लिए किसी राजनीतिक दल के मामलों में टिप्पणी करना उचित नहीं होगा.