नयी दिल्ली : अखिलेश यादव ने इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में कहा है कि नेताजी को खुश रखने के लिए मुझे जो फैसलेलेनेहोंगे वो मैं लूंगा. उन्होंने कहा कि नेताजीजो कह देंगे, जो फैसले लेंगे वह हमेंस्वीकार होगा. अखिलेश ने यह भी कहा कि नेताजी उनसे नाराज नहीं हैं. अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव से मंत्रालय छिने जाने के सवाल पर कहा कि मेरा भी कुछ छिना गया है. इससे मुझे दुख हुआ था. उल्लेखनीय है कि अखिलेश को बिना सूचना दिये उन्हें यूपी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और शिवपाल को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था, जिसके बाद प्रतिक्रिया स्वरूप अखिलेश ने शिवपाल यादव से कई अहम मंत्रालय छिन लिये. शिवपाल के पास दस मंत्रालय थे.
अखिलेश ने कहा कि उनसे अच्छे से अगर कोई कुछ मांगेगा तो वह उसे दे देंगे. जब उनसे चैनल ने पूछा कि अगर कोई मुख्यमंत्री पद मांग लेगा तो? इस सवाल पर हाजिरजवाबी दिखते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अगर इस लायक कोई आदमी उनसे यह पद मांगेगा तो वह जरूर दे देंगे. अखिलेश ने एक सवाल के जवाब में कहा कि नेताजी मेरे पिता है और शिवपाल यादव चाचा हैं, मुझे दोनों की बात माननी है, लेकिन हम बीच वाले को अपने बीच में नहीं आने देंगे. उन्होंने कहा मीडिया में जितना बड़ा विवाद दिख रहा है, वैसा मामला हमारे बीच नहीं है.
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे बीच बीच वालों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. अखिलेश से जब टीवी चैनल ने पूछा कि वह बीच वाला कौन है तो उन्होंने कहा कि वह एक आदमी भी हो सकता है. उल्लेखनीय है कि चाचा शिवपाल व भतीजे अखिलेश के बीच झगड़े की वजह अमर सिंह को माना जाता है, जिनका शिवपाल पर प्रभाव माना जाता है. दोनों हाल में साथ में भी नजर आये हैं. अखिलेश व शिवपाल के बीच मतभेद मुख्तार अंसारी व अफजाल अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी में विलय को लेकर उभर आये थे.