लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने दादरी मामले की रिपोर्ट केंद्र को सौंप दी है जिसमें ‘बीफ’ शब्द का उल्लेख नहीं किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नेताओं के बयान के बाद दादरी में घटना हुई. अभी मामले की जांच जारी है अत: अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा गया है. सोमवार रात सरकार ने दो पन्नों की रिपोर्ट भेजी है जिसमें उन नेताओं का नाम भी है जो बिसाहड़ा जाकर अखलाक के परिजनों से मिले. आपको बता दें कि दादरी की घटना के बाद गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी थी और कहा था कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था कि जिम्मेदारी राज्य सरकार की है लेकिन इस घटना से केंद्र सरकार चिंतित है. इस एडवाइजरी के बाद यूपी सरकार ने अपनी रिपोर्ट सोमवार को सौंपी.
इधर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि महात्मा गांधी के इस देश की गंगा-जमुनी तहजीब में हिन्दू मुसलमान में कभी कोई फर्क नहीं रहा और जो साम्प्रदायिक शक्तियां इन दोनों के बीच अंतर बता रही हैं, उनकी अपनी कोई जमीन नहीं है. मुख्यमंत्री ने यहां ‘टै्रवल राइटर्स कॉन्क्लेव’ के उद्घाटन अवसर पर कहा कि मथुरा और वृंदावन से लेकर लखनऊ तक का समृद्ध इतिहास है. यहां हिन्दू-मुसलमान में कभी कोई फर्क नहीं था. जो लोग फर्क बता रहे हैं, उनका अपना कुछ भी नहीं है.
उन्होंने कहा ‘‘महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानन्द और अन्य महापुरूष जो कहते थे, हम तो उस बात को मानते हैं. अल्लामा इकबाल की बात मानते हैं. हमारी पहचान महात्मा गांधी से है.’ नोएडा के दादरी में पिछले दिनों गोमांस का सेवन करने की अफवाह के बीच भीड द्वारा अखलाक नामक व्यक्ति की हत्या किये जाने को लेकर मचे बवाल के बीच अखिलेश ने चुटकी लेते हुए कहा ‘‘अभी मुख्य सचिव साहब के साथ लखनऊ के खाने पर चर्चा होने लगी. जब उन्होंने कवाब कहा तो हमने कहा कि यहीं रुक जाइये. बात बाहर चली गयी तो गडबड हो जाएगी.’