मुजफ्फरनगर : रेलवे सुरक्षा बल ने कथित तौर पर रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सेवाएं बाधित करने के लिए सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन के खिलाफ मामला दर्ज किया है. शनिवार को पडोसी शामली जिले के कांधला रेलवे स्टेशन पर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सेवाएं बाधित करने के लिए जिन दो हजार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन भी भी शामिल हैं.
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सपा विधायक नाहिद हसन के खिलाफ मामला दर्ज, तनाव और हिंसा फैलाने का आरोप
मुजफ्फरनगर : रेलवे सुरक्षा बल ने कथित तौर पर रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सेवाएं बाधित करने के लिए सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन के खिलाफ मामला दर्ज किया है. शनिवार को पडोसी शामली जिले के कांधला रेलवे स्टेशन पर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और […]
यह विरोध प्रदर्शन एक मई को दिल्ली-कांधला ट्रेन में सवार कुछ युवकों द्वारा तबलिगी जमात के पांच सदस्यों के साथ कथित तौर पर की गई मारपीट के खिलाफ था. भीड ने पुलिस चौकी को भी घेर लिया था, उसपर पथराव किया था और वाहनों को आग लगा दी थी. इस हिंसा में 16 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
आरपीएफ के सहायक आयुक्त पी के पांडे ने आज संवाददाताओं को बताया कि हिंसा के लिए रेलवे कानून की धारा 174 के तहत दो हजार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जबकि सपा विधायक नाहिद हसन और कांधला नगर पंचायत के प्रमुख हाजी बालू हसन समेत कुल 12 लोगों को नामजद किया गया.
उन्होंने कांधला रेलवे स्टेशन पर रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और ट्रेन सेवाएं बाधित कीं. इसी बीच, दिल्ली-सहारनपुर रुट की ट्रेन में समुदाय के लोगों के साथ कथित दुर्व्यवहार को देखते हुए ट्रेनों में सुरक्षा बढा दी गई है. सरकारी रेलवे पुलिस के महानिरीक्षक दावा शेरवा ने संवाददाताओं को बताया कि इस घटना के बाद पुलिस और आरपीएफ के जवानों को सादे कपडों में तैनात किया गया है. इसी बीच, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के एक प्रतिनिधिमंडल ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे इस रुट पर ट्रेनों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की मांग की.
उन्होंने इस मारपीट के मामले में दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की. उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि आरोपियों को जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इन घटनाओं से जिले में तनाव व्याप्त हो गया है. पश्चिमी उत्तरप्रदेश में शामली समेत मुजफ्फरनगर और इसके आसपास के जिला में सितंबर 2013 में दंगे भडक उठे थे. उन दंगों में 60 से ज्यादा लोग मारे गए थे और हजारों अन्य लोग विस्थापित हुए थे.
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