लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नौकरशाही की सुस्ती और ढीली चाल तथा समस्याओं को अनसुना करने की कथित प्रवृत्ति के आरोपों के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज शीर्ष नौकरशाही को सीधे सवाल जवाब के लिए मीडिया के सामने प्रस्तुत कर दिया.
मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपने आवास पर उनकी सरकार द्वारा तैयार किये गये, ‘उत्तर प्रदेश के विकास का एजेंडा 2013-14’ प्रस्तुत करते हुए आज यहां कहा, ‘‘आप कहते है कि यह सुनते नहीं..मैं सब को आपके सामने ले आया हूं.’’सरकार के विकास एजेंडे में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के बारे मे सवालों के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश ने संबंधित विभागों के प्रमुख सचिवों और मुख्य सचिव को सवालों के जवाब देने को प्रस्तुत किया.
अखिलेश से लखनऊ में प्रस्तावित मेट्रो परियोजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘हमें हवा में समझाते थे..हमने उनसे कहा कि मानक के अनुसार माडल बनाकर पेश करें.’’प्रदेश में नौकरशाही की कार्य संस्कृति के बारे में सवाल होने पर, मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का जवाब आया, ‘‘उत्तर प्रदेश एक बहुत बडे हवाई जहाज जैसा है, जिसे एक झटके से मोडा नहीं जा सकता…इसके लिए निरतंर और दूरगामी प्रयास की जरुरत होती है.मैं कार्यशैली में सुधार के लिए जरुरत के हिसाब से अधिकारियों को पुचकारता हूं, फटकारता हूं और धमकाता हूं.’’