लखनऊ : बुलंदशहर के चिंगरावठी इलाके में सोमवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान इंस्पेक्टर समेत दो लोगों की मौत हो गयी जिसके बाद से इलाके में तनाव व्याप्त है. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी में आगजनी और तोड़फोड़ भी की साथ ही सड़क पर कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. बताया जा रहा है कि पथराव के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह घायल हो गये और उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी जबकि गोली लगने से एक युवक की भी जान गयी है.
Abhishek, son of deceased policeman Subodh Kumar Singh: My father wanted me to be a good citizen who doesn't incite violence in society in the name of religion. Today my father lost his life in this Hindu-Muslim dispute, tomorrow whose father will lose his life? #Bulandshahr pic.twitter.com/zpFJoI4O2R
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 4, 2018
इंस्पेक्टर की हत्या और पुलिस टीम पर हमला करने के मामले में दो केस दर्ज किये गये हैं. पुलिस ने मामले में 27 लोगों को नामजद बनाया है जबकि 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है, 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के बेटे ने कहा है कि मेरे पिता मुझे अच्छा नागरिक बनाना चाहते थे जो धर्म के नाम पर समाज में हिंसा न फैलाए, आज हिंदू-मुस्लिम के झगड़े में मेरे पिता ने अपनी गंवा दी, कल किसके पिता की जान जाएगी?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा पर दुख व्यक्त किया है और इस घटना में शहीद हुए पुलिस इंस्पेक्टर के परिजन को कुल 50 लाख रूपये की सहायता का ऐलान किया. मुख्यमंत्री ने दो दिन के अंदर मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश भी दिया है. मुख्यमंत्री ने इस सिलसिले में बीती रात एक बयान जारी किया.
उन्होंने बुलन्दशहर के चिंगरावठी इलाके में गोवंशीय पशुओं के अवशेष मिलने को लेकर उग्र भीड़ द्वारा की गयी हिंसा में स्याना के कोतवाल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह तथा स्थानीय निवासी सुमित की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया. योगी ने शहीद पुलिस अफसर की पत्नी को 40 लाख रूपए और उनके माता-पिता को 10 लाख रूपये की सहायता की घोषणा की. साथ ही आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया.
योगी ने अपर पुलिस महानिदेशक (अभिसूचना) एस0बी0 शिरडकर को तत्काल मौके पर जाकर दो दिन में पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि जांच रिपोर्ट में घटना के कारणों तथा दोषी व्यक्तियों का विवरण भी शामिल किया जाए.
बताया जा रहा है कि सुबोध कुमार ग्रेटर नोएडा में हुए अखलाक हत्याकांड की जांच में शामिल थे. वे 28 सितंबर 2015 से 9 नवंबर 2015 तक इस मामले में जांच अधिकारी रहे थे. यहां चर्चा कर दें कि 28 सितंबर 2015 को ग्रेटर नोएडा के बिसाहड़ा गांव में कुछ युवकों ने अखलाक की हत्या कर दी थी.