संघ के जताया योगी पर विश्वास, खुलकर की तारीफ
योगी के हिंदुत्व के एजेंडे पर लड़ा जाएगा लोकसभा चुनाव
मुस्लिम संस्थाओं में दलित आरक्षण और कोटे में कोटा होगा मुद्दा
हरीश तिवारी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने विश्वास जताया है. संघ का कहना है कि योगी संघ की विचारधारा के अनुरूप कार्य कर रहे हैं. जाहिर है संघ के योगी पर विश्वास जताने से, योगी राजनैतिक तौर पर भाजपा में और ज्यादा मजबूत होंगे औऱ आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी अहम भूमिका होगी. फिलहाल संघ से इशारा मिलने के बाद योगी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने एजेंडे हिंदुत्व और मुस्लिम संस्थानों में दलितों को आरक्षण को धार देने की तैयारी कर ली है.
मुख्यमंत्री योगी की संघ के प्रमुख नेताओं से मंगलवार को बैठक हुई. पहली बैठक योगी की दिल्ली में हुई और दूसरी लखनऊ में. जिसमें संघ ने योगी की स्पष्ट विचारधारा की तारीफ की और भरोसा जताया कि यूपी में अगला लोकसभा चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. संघ ने योगी के हालिया बयान पर भी अपनी सहमतिजतायी जिसमें उन्होंने दलितों को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया यूनिवर्सिटी में आरक्षण देने की वकालत की है. वहीं ओबीसी कोटे में अति पिछड़ों के लिए अलग से आरक्षण लागू करने के लिए योगी सरकार फैसला लेने जा रही है.
इसके साथ ही अगले साल इलाहाबाद में होने वाले कुंभ में हिंदुत्व के एजेंडे पर धार देने पर अपनी सहमति दी है. इस कुंभ में करीब 12 करोड़ से ज्यादा तीर्थयात्रियों के पहुंचने की संभावना है, जो भाजपा के लिए राजनैतिक तौरपर काफी फायदेमंद हो सकता है. इस बैठक में आरएसएस के महासचिव भैयाजी जोशी ने उन्हें कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये. साथ ही संघ नेताओं ने योगी को उन मंत्रियों को विशेष तवज्जो देने को कहा है, जिनका प्रदर्शन काफी अच्छा है. लेकिन उन मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखने पर भी संघ सहमत दिखा, जिनका प्रदर्शन खराब है. योगी ने अपनी परेशानियां भी संघ केसमक्ष रखी.
सूत्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार के कुछ मंत्री जो केंद्रीय आलाकमान के करीबी बताए जाते हैं, उनकी कार्य प्रणाली भी योगी ने संघ नेताओं को बतायी. योगी ने सरकार के उन मंत्रियों के बारे में भी संघ नेताओं को अवगत कराया, जिनकी कार्यशैली के कारण सरकार की लगातार किरकिरी हो रही है और सरकार जनता की आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतर पा रही है.
लिहाजा संघ की तरफ से इस बात की हरी झंडी मिल गयी है कि जब मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तब योगी अपने मन मुताबिक इसमें बदलाव कर सकते हैं. इसके बाद लखनऊ पहुंचकर योगी ने संघ के सह सर कार्यवाह दत्तात्रेय हसबोले के साथ लंबी बैठक की. योगी और संघ की बैठक के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गयी. भाजपा के भीतर भी कयास उठने शुरू हो गए हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार में किसकी कुर्सी जाएगी या फिर किसका प्रमोशन होगा.
संघ की तरफ से मुख्यमंत्री योगी को जातीय मुद्दों में न उलझने, दलितों पर विशेष ध्यान देने और सरकार एवं संगठन में तालमेल बिठाने को कहा गया है, क्योंकि अभी तक योगी पर एक जाति विशेष के लोगों को आगे बढ़ाने का आरोप लगता आया है. संघ के विभिन्न अनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सरकार के कामकाज को लेकर सवाल खड़े किये. समन्वय बैठक के दौरान पुलिस से लेकर सरकारी मशीनरी की कार्यशैली को लेकर भी कार्यकर्ता खफा दिखे. इस बैठक के बाद मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर भी कयासबाजी तेज हो गयी है.