लखनऊ : देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की आेर से भ्रष्टाचार के खिलाफव्यापकमुहिम छेड़ी गयीऔर यहप्रधानमंत्री के रूप में यह उनकी सबसे बड़ी यूएसपी बन गयी है. इस बीच उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की जुबान फिसलगयीऔर उन्होंनेभ्रष्टाचार के मुद्दे पर एक विवादित बयान दे दिया है. दस सितंबर को हरदोई में एक सभा को संबोधित करते हुए वे बोल रहे थे, इसी दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई बातें कहीं और इसे खत्म करना जरूरी बताया, लेकिन बोलते-बोलते वह यह बोल गये कि खाओ, लेकिन दाल में नमक की तरह खाओ. उनका यह बयान तूल पकड़ चुका है औरउत्तरप्रदेश कांग्रेस के नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने इसकी आलोचना की है.
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रविवार को हरदोई में मौजूद केशव ने विवादित बयान दे डाला. यहां एक कार्यक्रम में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि खाओ लेकिन उस तरह जैसे दाल में नमक खाया जाता है. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अब कोई भ्रष्टाचार के लिए नहीं कहता कि नेता कमायेगा.
उन्होंने कहा कि ठेकेदार और अधिकारी दोनों मिलकर सड़क बनाने के नाम पर पैसा लायेंगे और सड़क नहीं बनायेंगे, कहां जायेंगे, लेकिन अब ऐसा कोई भी ठेकेदार नहीं कर पायेगा. केशव ने कहा कि न ही कोई अधिकारी इस तरह से नौकरी कर सकेगा. हालांकि, इस प्रकार का विवादित बयान देने के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को विपक्षी आलोचना का सामना भी करना पड़ रहा है.
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम भष्ट्रचारमुक्त शासन चाहते हैं. खाओ लेकिन दाल में जैसे नमक खाया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि व्यापार करना गलत नहीं है, लेकिन अगर आप सोचेंगे कि जनता का जो हिस्सा है, उसे लूटेंगे तो सरकार उन्हें माफ नहीं करेगी.
इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को आराम करने की सलाह भी दी है. केशव ने कहा कि वह डिप्रेशन में हैं और कुछ दिन घर में बैठकर आराम करें. उन्होंने अखिलेश यादव को डिप्रेशन में बताया. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार पत्थर दिल थी और शिलान्यास ही करती थी, लेकिन भाजपा विकास पर भरोसा करती है और विकास ही कर रही है.