यूपी निकाय चुनावः उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव 2023 की अधिसूचना जारी होने के बाद प्रशासन ने मतदान और मतगणना की तैयारियां शुरू कर दी है. बरेली नगर निगम समेत सभी 17 निगम में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से मतदान होगा. शहरी मतदाताओं को नोटा का विकल्प दिया गया है. नगर पालिका और नगर पंचायत में पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान होगा.
15 नगर पंचायतों में पोस्टल बैलेट से डाले जाएंगे वोट
बरेली की नगर पालिका फरीदपुर, नवाबगंज, आंवला, बहेड़ी, नगर पंचायत सिरौली, ठिरिया निजाबत खां, रिठौरा, फतेहगंज पश्चिमी, फतेहगंज पूर्वी, शाही, शीशगढ़, सेंथल, देवरनिया, रीछा, शेरगढ़, फरीदपुर और विशारतगंज में पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान होगा. बरेली नगर निगम के 585 पोलिंग बूथ पर मतदान को 4520 वैलिड यूनिट और 2100 कंट्रोल यूनिट मिल चुकी हैं. इनकी टेक्निकल समस्याओं को दूर किया जा चुका है. बरेली नगर निगम के 585 पोलिंग बूथ पर ईवीएम और 4 नगर पालिका और 15 नगर पंचायतों में पोस्टल बैलेट से वोट डाले जाएंगे.
बिहार, तमिलनाडू, और छत्तीसगढ़ से आई ईवीएम
बरेली नगर निगम में मेयर और वार्ड पार्षदों के चुनाव को बिहार, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ से ईवीएम आ चुकी हैं. निर्वाचन विभाग को 4520 वैलिड यूनिट और 2100 कंट्रोल यूनिट मिल गई हैं. इनको डेलापीर मंडी स्थल के गोदाम में रखा गया है. टेक्निकल टीम वैलिड यूनिट कंट्रोल यूनिट की चेकिंग कर समस्याओं को दूर भी कर चुकी है.
दिल्ली से पोस्टल बैलेट पेपर का प्रकाशन
नगर पालिका और नगर पंचायत के अध्यक्ष, सभासद का मतदान पोस्टल बैलेट (मतपत्र) से होगा. पोस्टल बैलेट स्थानीय निकाय निर्वाचन कार्यालय सरकारी प्रेस, दिल्ली से प्रकाशित कराएगा. मगर यह कवायद प्रत्याशियों के नामांकन के बाद शुरू होगी.
संवेदनशील बूथों पर पुलिस की निगाह
नगर निकाय चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके. इसके लिए पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद्द करने की तैयारी चल रही है. इसके साथ ही अतिसंवेदनशील और संवेदनशील बूथ को चिन्हित किया जा चुका है. इसके साथ ही ‘सी-प्लान’ एप से जुड़े डिजिटल वॉलेंटियर्स की संख्या बढ़ाई जा रही है.
स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए हर मोहल्ले से 10-10 संभ्रांत लोगों के नाम और नंबर अपडेट किए जाएंगे. यह एप कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत आमजन से सीधा संवाद स्थापित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में जनता की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से बनाया गया है. एप का संचालन लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय से होगा. इसे डीजीपी के कंट्रोल रूम और यूपी-112 के कंट्रोल रूम से भी जोड़ा गया है. हर इलाके से जुड़े डिजिटल वॉलेंटियर्स अपने क्षेत्र की संवेदनशील गतिविधियों और स्थानीय बी स्तर पर पांव पसार रही अफवाहों के बारे में तत्काल पुलिस को सूचित करेंगे.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद,बरेली