लखनऊ: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जबर्दस्त विरोध के कारण समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव का प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द होने के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज कहा कि मुस्लिम वोट बैंक साधने के तमाम जतन करने वाली सपा ने दरअसल अब अपनी जमीन ही खो दी है.
भाजपा के प्रान्तीय प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने यहां कहा कि मुस्लिम वोट बैंक को सींचने की कोशिश के तहत अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में एक कार्यक्रम में शिरकत का मंसूबा पाले सपा प्रमुख को मुजफ्फरनगर दंगों के सम्पूर्ण प्रकरण में नाकामी के चलते एएमयू के ही शिक्षकों, छात्रों और मुस्लिम संगठनों के तीखे विरोध का सामना करना पड़ा, नतीजतन यादव को पैर वापस खींचने पड़े.
उन्होंने कहा कि इससे जाहिर हो गया है कि मुसलमानों को सपा की असलियत का इल्म हो चुका है और इस घटना से यह भी स्पष्ट हो चुका है कि अब सपा ने अपनी ‘जमीन’ खो दी है. सपा प्रमुख को कम से कम अब तो इस हकीकत का ज्ञान हो जाना चाहिये कि लोकसभा चुनाव में उन्हें किसी भी वर्ग का मतदाता पसन्द नहीं कर रहा है.
गौरतलब है कि सपा प्रमुख को एएमयू के पूर्व छात्रों के संगठन ‘सर सैयद मूवमेंट’ द्वारा विश्वविद्यालय के केनेडी सभाकक्ष में आज आयोजित होने वाले सेमिनार में हिस्सा लेना था. लेकिन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (एएमयूटीए) तथा छात्रों के कड़े विरोध के बीच उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. एएमयूटीए और छात्रों का आरोप था कि सपा मुजफ्फरनगर में दंगों को काबू करने में नाकाम रही जिसकी वजह से 50 हजार से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़कर राहत शिविरों में रहने को मजबूर होना पड़ा. इसके अलावा यादव ने एक बयान में शरणार्थियों को ‘षड्यंत्रकारी’ कहकर उनके जख्मों पर नमक छिड़का.