लखनऊ : लोस चुनाव में काले धन की रोकथाम में लगी आर्थिक खुफिया शाखा (एफआइयू) को उत्तर प्रदेश के संबंध में कई चौंकानेवाली जानकारियां मिली हैं. शक है कि नेताओं ने टिकट लेने, शक्ति प्रदर्शन करने व आला नेताओं को खुश करने में अरबों रुपये खर्च किये हैं.
इतना ही नहीं, जानकारी है कि मौजूदा चुनाव में केवल यूपी में ही करीब 50 अरब रुपये का कालाधन इस्तेमाल होनेवाला है. चुनाव आयोग के निर्देश पर यह इकाई बनायी गयी है. चुनाव आयोग के निर्देश पर बड़ी-बड़ी रैलियां, काफिले, वोटरों को लुभाने के लिए नये तरीके अपनानेवाले नेताओं के पिछले छह महीने के ट्रांजैक्शन का लेखा-जोखा एफआइयू ने निकाला है. पीटीसी-एफआइयू ने सितंबर, 2013 से फरवरी, 2014 के बीच बैंक खातों की लेन-देन की जांच की है. इसके आधार पर आशंका जतायी जा रही है कि यूपी में भारी मात्रा में काले धन का इस्तेमाल चुनावों में हो रहा है.
* 2200 नेताओं पर संदेह : 29 दलों से जुड़े करीब 2200 नेताओं के खातों के लेन-देन संदेह पैदा कर रहे थे. इन खातों में सितंबर से फरवरी के बीच हुई लेन-देन की जानकारी आयकर रिटर्न में नहीं दी गयी थी.