रेलवे. 126 साल तक संघर्ष करने के बाद चक्रधरपुर रेल मंडल को मिली उपलब्धि
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100 मिलियन टन लदान का बना िरकॉर्ड
रेलवे. 126 साल तक संघर्ष करने के बाद चक्रधरपुर रेल मंडल को मिली उपलब्धि इस कीर्तिमान को हासिल करने वाला देश का चौथा मंडल है चक्रधरपुर चक्रधरपुर : दपू रेलवे के चक्रधरपुर रेलमंडल ने चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 के अंतिम माह (3 मार्च 2017) में 100 मिलियन टन माल लदान कर देश का चौथा रेलमंडल […]
इस कीर्तिमान को हासिल करने वाला देश का चौथा मंडल है चक्रधरपुर
चक्रधरपुर : दपू रेलवे के चक्रधरपुर रेलमंडल ने चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 के अंतिम माह (3 मार्च 2017) में 100 मिलियन टन माल लदान कर देश का चौथा रेलमंडल बन गया है. 126 साल तक संघर्ष करने के बाद रेल मंडल को यह उपलब्धि हासिल हुयी. उक्त बातें मंडल रेल प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद ने अधिकारी क्लब में आयोजित समारोह में कही. श्री प्रसाद ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 मार्च तक 109 मिलियन टन माल लदान हो जायेगा. जो भारतीय रेल के माल लदान का 10 फीसदी है. उन्होंने कहा कि चक्रधरपुर रेल मंडल गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 14 प्रतिशत अधिक लदान किया है,
लौह अयस्क लदान में सर्वाधिक 76 प्रतिशत, तैयार स्टील में 11 प्रतिशत, सीमेंट में 9 प्रतिशत व अन्य सामग्रियों में भी पिछले वर्ष से ज्यादा लदान हुआ है. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल में माल परिवहन आंकने का एक महत्वपूर्ण तरीका औसत वैगनों का लदान है. इसमें भी रेल मंडल ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है. यह उपलब्धि और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है, जब रेल लाइनों की दोहरीकरण एवं तिहरीकरण जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य करने के बाद माल लदान हुई है.
श्री प्रसाद ने कहा कि स्टील उद्योग मंदी की दौर से गुजर रही थी, वह अब रफ्तार पकड़ने लगी है. उन्होंने कहा कि रेलवे में माल भाड़ा के नये नीतियों से स्थानीय उद्योग को प्रोत्साहन मिला है. भारत सरकार की योजना है कि सभी सरकारी कार्यों में लगने वाला स्टील भारत में बनी हो.
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में माल लदान बढ़ेगी और 125 मिलियन टन के आंकड़े को प्राप्त कर सकते हैं. श्री प्रसाद ने कहा कि इस उपलब्धि पर रेल मंडल के अधिकारियों का तालमेल सराहनीय है. इस उपलब्धि में रेलवे के प्रमुख सहयोगी (टाटा स्टील, सेल, जिंदल, रेश्मि मेटालिक, एसीसी, महावीर फेरो, ओसीएल, लाफर्ज, बीएसएल) का सहयोग व अन्य ग्राहकों के साथ बेहतर प्रयास का नतीजा है. रेलवे ने समय-समय पर बैठक कर माल भाड़ा नीति के जरिये सहयोगियों द्वारा किये गये मांगों को पूरा करने का प्रयास किया गया. वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक हरविंदर सिंह ने कहा कि माल लदान बढ़ाने के लिये रेलमंडल में बुनियादी सुविधा और ढांचागत विकास जैसे कई योजनाऐं चल रही है. वहीं माल लदान नीति से कंपनियों को लाभ मिल रहा है. उन्होंने भविष्य में ग्राहकों को और सुविधा देने का यकीन दिलाया. समारोह का संचालन संरक्षा सलाहदाता (परिचालन) केएम प्रसाद व ध़न्यवाद ज्ञापन डीओएम गजराज सिंह चरन ने किया.
मौके पर एडीआरएम अनुप कुमार हेंब्रम, सीनियर डीसीएम सत्यम प्रकाश, डीएमएम अजय रंजन, सीनियर डीइइ (ओपी) एके पुष्टी, सीनियर डीएससी रफीक अहमद अंसारी, सीनियर डीएफएम ए विजय नाथ एवं कंपनियों के प्रतिनिधि, दपू रेलवे मेंस कांग्रेस के जोनल महासचिव एसआर मिश्रा, शशि मिश्रा मौजूद थे.
रेल कर्मियों ने 100 मिलियन उपलब्धि पर मनाया जश्न
रेलवे अधिकारी क्लब में शुक्रवार को रेल मंडल प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में रेल अधिकारियों ने 100 मिलियन टन माल लदान करने की उपलब्धि पर जश्न मनाया. इसका शुभारंभ श्री प्रसाद ने केक काट कर किया. साथ ही रेल अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी.
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