बंदगांव : कराईकेला गांव में माघे पर्व धूमधाम से मनाया गया. मौके पर ग्रामीणों द्वारा माघे मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मांदर की थाप पर माघे गीत गाते हुए ग्रामीणों ने पारंपरिक नृत्य किया, जो देर रात तक चलता रहा. इस दौरान ढोल-नागड़े के साथ ग्रामीणों ने गांव का भ्रमण करते हुए एक-दूसरे को माघे पर्व की बधाई दी.
मौके पर कराईकेला मुखिया राजेंद्र मेलगांडी ने कहा कि माघे पर्व आदिवासियों पहचान है. इस संस्कृति को बचाये रखने की जरूरत है. हुडांगदा के मुखिया विजय नाग ने कहा कि आदिवासी समाज हमेशा से प्रकृति पूजक रहे हैं. माघे पर्व प्रकृति पूजा का ही प्रतीक है. आयोजन को सफल बनाने में पंचायत समिति सदस्य आशी बोदरा, संजय बोदरा आदि लोगों का योगदान रहा. मुकरू बोदरा, मनमोहन बोदरा समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.