मझगांव पंचायत की प्यास बुझाने बना 15.50 करोड़ का डीपीआर
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मझगांव: 14 गांवों के 10,020 लोगों को मिलेगा शुद्ध पेयजल
मझगांव पंचायत की प्यास बुझाने बना 15.50 करोड़ का डीपीआर दो दिनों में डीपीआर को मंजूरी के लिए राज्य मुख्यालय भेजा जायेगा मार्च 2017 तक कार्य शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रहा विभाग चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के मझगांव प्रखंड अंतर्गत मझगांव पंचायत में 15.50 करोड़ की लागत से पेयजल योजना शुरू होगी. इसके […]
दो दिनों में डीपीआर को मंजूरी के लिए राज्य मुख्यालय भेजा जायेगा
मार्च 2017 तक कार्य शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रहा विभाग
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के मझगांव प्रखंड अंतर्गत मझगांव पंचायत में 15.50 करोड़ की लागत से पेयजल योजना शुरू होगी. इसके तहत पंचायत के 14 गांव के 10, 020 लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा. पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल चाईबासा ने जिला माइनिंग फंड से योजना के क्रियान्वयन के लिए 15.50 करोड़ का डीपीआर तैयार किया है. दो दिनों में डीपीआर को मंजूरी के लिए राज्य मुख्यालय भेजा जायेगा. यहां से मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जायेगी. विभाग मार्च 2017 तक कार्य शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है.
गुड़गांव नदी में बनेगा इंटेक वेल व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट. योजना के लिए गुड़गांव नदी में इंटेक वेल बनाया जायेगा. यहां से मझगांव तक पानी पहुंचाने के लिए नौ किलोमीटर तक पाइप लाइन बिछायी जायेगी. गुड़गांव नदी के पानी को ट्रीटमेंट प्लांट में साफ व पीने योग्य बनाया जायेगा. इसके लिए ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण इंटेकवेल के समीप होगा. इसके साथ वाटर पंपिंग मशीनरी, वाटर राइजिंग मेंस, वाटर फीडर मेंस पर करोड़ों रुपये खर्च किये जायेंगे.
मझगांव व गुड़गांव में बनेंगे ओवरहेड टैंक. योजना के तहत गुड़गांव नदी व मझगांव में दो ओवर हेड टैंक (ओएचटी) का निर्माण होगा. गुड़गांव नदी के पास बनने वाले ओएचटी की क्षमता 1.69 लाख लीटर होगी. वहीं मझगांव में पहले से एक लाख लीटर का ओवर हेड टैंक होने के बावजूद 2.19 लाख लीटर का एक और ओएचटी बनाया जायेगा. दोनों ओएचटी से मझगांव, सानपरसा, पनकुरी, बुरामपदा, परसा, तारापाई, करंजिया टोला, सिलफोड़ी, गुड़गांव, नवागांव, गड़केशना, कुमारडीह, तुंटाकट्टा व कुशनपुर गांव में पानी की सप्लाई की जायेगी.
ठेका पाने वाली कंपनी पांच साल तक करेगी मेंटेनेंस. परियोजना का काम करने वाली ठेका कंपनी पर इसके मेंटेनेंस की जिम्मेवारी होगी. ठेका कंपनी पांच साल तक परियोजना का रख रखाव करेगी. इस दौरान कंपनी की ओर से पेयजल आपूर्ति के लिए बनी स्थानीय कमेटी व लोगों को ट्रेंड करेगी.
गुड़गांव नदी जहां इंटेक वेल बनाया जायेगा.
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