चाईबासा : नक्सल प्रभावित सारंडा के 10 जनजातीय युवकों को देश के विभिन्न हिस्सों की संस्कृत-सभ्यता, सामाजिक जीवनशैली, भाषा की जानकारी के लिए गुजरात के वड़ोदरा भेजा रहा है. सभी युवक सात दिसंबर की सुबह गुजरात के लिए रवाना होंगे. इसके पूर्व पुलिस लाइन स्थित सीआरपीएफ की 174 बटालियन 9वीं जनजातीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम हुआ.
मुख्य अतिथि सीआरपीएफ जमशेदपुर व चाईबासा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक संदीप गोकेल ने 10 युवकों को देश की विभिन्नता में एकता व अखंडता के लिए मार्गदर्शन दिया. उन्होंने कहा नेहरू युवा केंद्र संस्थान की ओर से संचालित 9वीं जनजातीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए जनजातीय युवक-युवतियों को भेजा जा रहा है. सीआरपीएफ 174 बटालियन के कमांडेंट अच्युतानंद ने कहा कि वाहिनी सारंडा क्षेत्र में मई 2012 से तैनात है.
सारंडा में नक्सलियों की गतिविधि पर काफी हद तक अंकुश लग गया है. उन्होंने कहा कि युवक गुजरात से वहां की रहन-सहन, खान-पान और कला सांस्कृतिक का आदान-प्रदान करेंगे. नेहरू युवा केंद्र के आरएन मिश्रा व सीआरपीएफ 174 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी अरूण झा, उप कमांडेंट बलराम मंडल, विकास कुमार के अलावा 197 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी दीपक पणी त्रिपाठी आदि उपस्थित थे.