तांतनगर : कासेया पंचायत में बुधवार को प्रमुख सुनील कुमार सामड की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने स्वच्छ भारत मिशन को लेकर बैठक की. इसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी नागेंद्र तिवारी मौजूद थे. ग्रामीणों ने पंचायत में बनाये गये शौचालय अधूरा छोड़ने की शिकायत की. वहीं अधिकांश शौचालय में दरवाजा नहीं है. शौचालय में प्लास्टर नहीं किया गया है. ड्रेन में अधिक गड्ढा नहीं किया गया है. वहीं स्पैन नहीं लगाया गया है. इसके कारण शौचालय उपयोग लायक नहीं है. इसके कारण लोग खुले में शौच करने को विवश हैं.
प्रमुख ने कहा शौचालय के अभाव में पंचायत के 90 प्रतिशत से अधिक लोग खुले में शौच को विवश हैं. कासेया पंचायत सबसे गंदा पंचायत है. शौचालय निर्माण में ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर व मुखिया की मिलीभगत से गलत तरीके से राशि की निकासी कर जनता का पैसा हड़प लिया गया. इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए. प्रमुख ने कासेया पंचायत को आदर्श पंचायत घोषित करने व खुले में शौच मुक्त के एवज में मुखिया को मुख्यमंत्री के हाथों पुरस्कार मिलने पर अाश्चर्य जताया.
पंचायत में बने शौचालय का दोबारा सर्वे कर नये सिरे से शौचालय बनाने की बात कही. बीडीओ नागेंद्र नितारी ने कहा शौचालय का उपयोग करें. इससे गांव में बीमारी नहीं फैलेगी. सरकारी रिपोर्ट के अनुसार पंचायत में 832 शौचालय बना है. सभी शौचालय पूर्ण है. बैठक में काफी संख्या में पंचायत के लोग मौजूद थे.