परिवर्तन : कुदलीबाड़ी व भलियाकुदर में शिक्षा का दीप जला रहे है केशव मिश्रा
चक्रधरपुर : कुछ वर्ष पहले शहरी क्षेत्र के वार्ड संख्या दो कुदलीबाड़ी व भलियाकुदर के लोग नशापान, जुआ के आदी थे. क्षेत्र को सुधारने के लिए साईं मोन्टेश्वरी इंगलिश स्कूल के निर्देशक केशव मिश्रा ने बार-बार लोगों के बीच पहुंच कर जागरूक करने का प्रयास किया. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. जिसके बाद श्री मिश्र ने स्वयं कुदलीबाड़ी व भलियाकुदर जा कर एक मैदान नुमा जगह में लकड़ी का श्यामपट्ट लेकर बच्चों को पढ़ाने लगे.
बच्चों को शिक्षा ग्रहण करते देख बच्चों के परिजनों में भी शिक्षा ग्रहण करने का लालसा जाग उठी. और आज उस क्षेत्र को लोग प्रत्येक दिन शाम को अपने बच्चें के साथ बैठ कर पढ़ाई करते है. श्री मिश्र ने देश के भविष्य के लिए जो सपना देखे थे. वे धीरे-धीरे पूरा होते नजर आ रहा है. श्री मिश्र के प्रयास से आज कुदलीबाड़ी व भालियाकुदर के साथ यहां के लोगों की तसवीर व तकदीर बदलने लगी है. यहां श्री मिश्र अक्टूबर 2012 से स्कूल की व्यवस्था के बीच बहुमूल्य समय निकालकर बच्चों व लोगों को शिक्षित, स्वच्छ व स्वास्थ्य बनाने का अभियान चलाया था. शुरू में सप्ताह के दो दिन शनिवार व रविवार को खुद पढ़ाने पहुंचते हैं. साथ ही गरीब, निम्न तबके के बच्चों को कॉपी, किताब, पेंसिल व अन्य स्टेशनरी समान के साथ टॉफी आदि भी अपनी जेब से व्यवस्था कर दे रहे है.
प्राथमिक विद्यालय जुगीबेड़ा में जाते हैं पढ़ाने :
अपना स्कूल संचालित करने के बावजूद निम्न तबके के बच्चों के बेहतर शिक्षण व आचरण के लिए केशव मिश्र सरकारी प्राथमिक विद्यालय जुगीबेड़ा में पढ़ाने जाते है. बाहर के शिक्षक के स्कूल आने से बच्चे भी खुद को महत्वपूर्ण समझते है और पूरी तन्मयता से शिक्षा ग्रहण कर रहे है.