चक्रधरपुर : रेलवे ठेकेदार बलराम सिंह के शव को लेकर उनके परिजन मंगलवार को चक्रधरपुर थाने से करीब एक बजे बेगूसराय के बलहपुर गांव रवाना हो गये. बलराम सिंह के बड़े भाई राम निरंजन सिंह, साला विजय सिंह, दोस्त मंटून सिंह, गोपेश सिंह व धीरन प्रताप सिंह समेत दर्जनों परिजन तथा रिश्तेदार उनका शव को […]
चक्रधरपुर : रेलवे ठेकेदार बलराम सिंह के शव को लेकर उनके परिजन मंगलवार को चक्रधरपुर थाने से करीब एक बजे बेगूसराय के बलहपुर गांव रवाना हो गये. बलराम सिंह के बड़े भाई राम निरंजन सिंह, साला विजय सिंह, दोस्त मंटून सिंह, गोपेश सिंह व धीरन प्रताप सिंह समेत दर्जनों परिजन तथा रिश्तेदार उनका शव को लेने मंगलवार की सुबह चक्रधरपुर थाना पहुंचे. वहां प्रशिक्षु आइपीएस पीयूष पांडेय ने निरंजन सिंह,
साथी राकेश शर्मा व मुंशी कुंदन कुमार झा आदि से पूछताछ की. हालांकि, हत्या की कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आयी. सभी ने बलराम सिंह को खुशमिजाज व मिलनसार व्यक्ति बताया.
बलराम सिंह के साथी ठेकेदार राकेश शर्मा ने बताया : मेरे सामने ही अपराधियों ने बलराम सिंह को गोली मार दी और पलक झपकते फरार हो गये. मैं कुछ भी न कर सका. मैं टाटा में अपने बड़े भाई के साथ रहता हूं. मेरे ठेके का काम झारसुगुड़ा में चल रहा है. मैं एक या दो दिन के लिये टाटा या चक्रधरपुर आता हूं. बलराम सिंह मेरे दोस्त थे.
पूर्व में मैंने ठेकेदारी का काम बलराम सिंह के साथ किया था. दिन में अक्सर बलराम सिंह के साथ मेरी बातचीत होती थी. 9 मई को मैं टाटा से चक्रधरपुर आ रहा था. सुबह 8:45 बजे बलराम सिंह को मैंने पटना वाली ट्रेन से चक्रधरपुर जाने की बात कही तथा उन्हें सीनी से उसी ट्रेन में चढ़ने को कहा.
बलराम सिंह हत्याकांड : घटना के चश्मदीद व दोस्त राकेश शर्मा ने कही आंखोंदेखी
ठेकेदार बलराम सिंह का शव परिजन लेकर गये बेगूसराय
‘बलराम की किसी से दुश्मनी नहीं थी’
बड़े भाई राम निरंजन सिंह का कहना है कि बलराम सिंह की किसी से दुश्मनी नहीं थी. अगर होगी भी, तो हमें उसकी जानकारी नहीं. वह महीने में एक या दो दिन बेगूसराय आते थे. पिछले चार साल से वह इस क्षेत्र में ठेकेदारी कर रहे थे. बलराम सिंह की एक बेटी सन्नी (22) व दो बेटे सोनू सिंह (20) एवं शुभन सिंह (16) हैं. बलराम भाई में सबसे छोटे थे.