चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम के प्रारंभिक शिक्षक प्रोन्नति के लिए शिक्षक संघ ने आरपार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया हैं. इसके लिए शिक्षक 15 मार्च को एक दिन का सांकेतिक हड़ताल करेंगे. उक्त निर्णय रविवार को चक्रधरपुर बीआरसी में झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ पश्चिमी सिंहभूम जिला इकाई की बैठक में लिया गया.
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14 मार्च तक हो प्रोन्नति,नहीं तो हड़ताल
चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम के प्रारंभिक शिक्षक प्रोन्नति के लिए शिक्षक संघ ने आरपार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया हैं. इसके लिए शिक्षक 15 मार्च को एक दिन का सांकेतिक हड़ताल करेंगे. उक्त निर्णय रविवार को चक्रधरपुर बीआरसी में झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ पश्चिमी सिंहभूम जिला इकाई की बैठक में लिया गया. बैठक […]
बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विश्वनाथ प्रधान ने किया. बैठक में पश्चिमी सिंहभूम जिले के शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं मिलने को शर्मनाक करार दिया गया. राज्य के अन्य जिलों में प्रोन्नति की समीक्षा की गयी तो पाया गया कि पश्चिमी सिंहभूम जिला सबसे पीछे है.
संघ ने एक ठोस निर्णय लेते हुए तय किया कि 15 मार्च को पूरे जिला में शिक्षण व्यवस्था को ठप कर दिया जायेगा. जिले भर के शिक्षक अपने विद्यालय से अवकाश लेकर जिला मुख्यालय चाईबासा पहुंचेंगे और विशाल धरना प्रदर्शन व रैली निकाल कर शिक्षा विभाग के विरुद्ध आक्रोश प्रकट करेंगे. बैठक में प्रोन्नति के अलावे लंबित प्रधानाध्यापक के पद को भरने की मांग की गई. पूरे पश्चिमी सिंहभूम जिले में 160 प्रधानाध्यापक का पद स्वीकृत है,
जिसके विरुद्ध एक भी प्रधानाध्यापक कार्यरत नहीं है. सभी मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक दिये जाने की मांग रखी गयी. तय किया गया कि निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी घोषित मध्य विद्यालयों में नियमित प्रधानाध्यापक देने की मांग की गयी. इन विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पदस्थापित नहीं किये जाने पर चिंता व्यक्त की गयी.
शिक्षक प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रोन्नति व प्रधानाध्यापक पदस्थापना के लिए बार बार मांग पत्र, स्मार पत्र दिया गया, प्रतिनिधि मंडल पदाधिकारियों से मिलते रहे. लेकिन पदाधिकारियों के संवदना रहित मानसिकता के कारण प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति नहीं दी गई. जिस कारण सभी 160 पद रिक्त पड़े हुए हैं.
संघ ने एक प्रस्ताव में कहा कि हर प्रखंड में एक स्थापना मध्य विद्यालय बनाया गया है, जहां वेतन निकासी के लिए डीडीओ का प्रभार बीईईओ को सौंपा गया है. जिससे शिक्षकों का मानसिक व आर्थिक शोषण हो रहा है. तय किया गया कि एक अंतिम मांग पत्र 9 फरवरी को जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला शिक्षा पदाधिकारी, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, उपायुक्त व आयुक्त को सौंपा जायेगा.
बैठक में जिला प्रधान सचिव उपेंद्र प्रसाद, उपाध्यक्ष अशोक राम, आनंद प्रसाद गुप्ता, त्रिवीद साहु, मदन सिंह मुंडा, अशोक मंडल, मंगलेश पाठक, अनिल देहुुरी, कामख्या प्रसाद साहु, निर्मल दूबे, दिगम्बर झा, वेद प्रकाश गुप्ता, दिलीप मंडल, ज्योति प्रसाद गुप्ता, मित्रसेन सुंडी, रामेश्वर संवैया, महफुजुर्रहमान, अशोक सिंह, नारायण सिंह सिरका समेत सभी 20 शैक्षणिक प्रखंड के अध्यक्ष, सचिव, जिला समिति के सदस्य, राज्य प्रतिनिधि, जिला प्रतिनिधि उपस्थित हुए. राज्य के वरीय उपाध्यक्ष श्रवण कुमार मिश्र, एडिटोरियल कमेटी की सदस्या सुश्री नूर डाडेल विशेष रूप से उपस्थित थे.
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