– सुशील महतो –
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल के हावड़ा–मुंबई मुख्य रेल मार्ग स्थित राजखरसावां से मनोहरपुर तक सबसे अधिक लोगों की मौत ट्रेन के चपेट में आने से हो रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल 2013 के सितंबर माह तक तीन स्टेशनों में 19 लोगों की जानें पटरी में गयी है. रविवार को फिर एक घटना गोइलकेरा केबिन के समीप हुई.
जिसमें दुरंतो ट्रेन से मां व बेटी की ट्रेन के चपेट में आने से मौत हो गयी. इन स्टेशनों में ट्रेन की चपेट में आकर मौत होने की घटना अधिक हुई है. जबकि दर्जनों ट्रेन में गिरकर जख्मी हो चुके हैं. इसका कारण रेलवे का अनमैन लेवल क्रॉसिंग, ट्रेनों की उच्च गति और ट्रेन के दरवाजे में खड़े रहकर यात्रियों का सफर करना बताया जा रहा है.
वहीं सारंडा में ठंड अधिक पड़ती है, गर्मी में ट्रेन में सफर करने वाले यात्री दरवाजे के सामने रहकर सफर करना पसंद करते हैं. जिससे हादसे होते हैं.