चाईबासा/चक्रधरपुर/सरायकेला : पश्चिमी सिंहभूम व सरायकेला खरसावां जिले में आंधी-तूफान व बारिश ने कुछ ही घंटे में कहर बरपा दिया. वज्रपात ने जहां इंसान व पशुओं की जान ले ली वहीं आंधी ने किसानों व गरीबों की कमर तोड़ दी.
झींकपानी थाना के असुरा गांव की 12 वर्षीय सीमा नाम की किशोरी की बुधवार को वज्रपात से मौत हो गयी. सीमा तालाब से नहा कर अपने घर वापस आ रही थी. चाईबासा शहर में बारिश के कारण कई जगह जल-जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. वहीं तेज हवा से टंगे बैनर फट गये, बिजली तार उलझ गये. झींकपानी में तेज हवा के कारण कई पेड़ धराशायी हो गये. कई घरों के छज्जे उड़ गये.
एसीसी कॉलोनी झींकपानी में एक होटल पर पेड़ के गिरने से होटल में शरण लिये लोग बाल-बाल बच गये. हाई स्कूल कॉलोनी में एक घर का छज्जा उड़ गया. जबकि चक्रधरपुर में बुधवार की शाम करीब साढ़े चार बजे आंधी-तूफान के साथ बारिश शुरू हुई. इस दौरान वज्रपात से जामिद गांव निवासी राजेश महतो के तीन गायों की मौत हो गयी. थाना रोड तथा रेल क्षेत्र के कई स्थानों में पेड़ टूट कर गिर गये. कई घरों के एसबेस्टस उड़ गये. बिजली तार, टेलीफोन तार टूट कर गिर गये. आधे घंटा की बारिश ने शहर में जलजमाव की स्थिति पैदा कर दी.
सरायकेला में आंधी व तूफान ने पल भर में बिरसा मुंडा स्टेडियम में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित स्वदेशी मेला में लगे स्टॉल को उड़ा दिया और बने स्टेज को भी तोड़ डाला.
आंधी से लगभग 10 लाख का समान बर्बाद होने का अनुमान है. हालांकि लोग बाल- बाल बच गये. शाम को विभिन्न क्षेत्रों में आंधी चलने के साथ हुई बारिश के बाद खरसावां में बिजली की आपूर्ति फिर ठप हो गयी. आंधी से करीब आधे दर्जन गांवों में बिजली के तार टूट गये. क्षेत्र में बिजली आपूर्ति चरमरा जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कई पेड़ भी उखड़ गये.