चाईबासा : मांगीलाल रूंगटा विद्यालय ने बुधवार को विभिन्न कार्यक्रमों के बीच वार्षिकोत्सव मनाया. इस मौके पर बच्चों के बीच केला रेस, तीरंदाजी, स्लो साइकिल रेस, शिक्षिकाओं के बीच म्यूजिकल बॉल और शिक्षकों व अतिथियों के बीच बैलून फोड़ प्रतियोगिता आयोजित की गयी.
प्रतियोगिता के विजयी प्रतियोगियों को उपायुक्त ने पुरस्कृत किया. बारिश के कारण प्रतियोगिता स्थगित कर दी गयी एवं कार्यक्रम विद्यालय हॉल में आयोजित किया गया. वार्षिकोत्सव उपायुक्त अबुबक्कर सिद्दीख बतौर मुख्य अतिथि एवं पश्चिम सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी भलेरियन तिर्की विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे.
कार्यक्रम में उपायुक्त अबुबक्कर ने कहा कि बच्चे गिली मिट्टी की तरह होते हैं, शिक्षकों को उन्हें कुम्हार की तरह गढ़ना होता है. शिक्षकों का कर्तव्य है कि वे बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास करें. बच्चों के विकास के लिये शिक्षक को भी उतनी ही मेहनत करनी होती है जितना विद्यार्थी करता है.
छात्राओं से आह्वान किया कि वे अपनी सोच बदलें. लड़कियां अगर सोच बदलेंगी तो समाज को भी एक नयी राह मिलेगी. समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका अहम है. परीक्षा पास करने के लिये नहीं काबिल बनने के लिये पढ़ें. प्रश्न पूछने की आदत डालें. जब तक आप प्रश्न नहीं पूछेंगे तो आपकी जानकारी अधूरी ही रह जायेगी.
विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का आधार है यहीं से मानव को अपने आने वाले कल की तैयारी करनी होती है. वहीं डीओ भलेरियन तिर्की ने कहा कि बच्चों को सही राह दिखाना शिक्षक का कर्तव्य है.