गोइलकेरा : प्रखंड की कुईड़ा पंचायत अंतर्गत बेड़ादुइया के सैकड़ों ग्रामीणों ने श्रमदान से दो दिन में आधा किलोमीटर लंबी नहर का निर्माण कर दिया. लगभग 300 एकड़ जमीन तक पानी पहुंचाने के लिए नहर की आवश्यकता थी. सिंचाई विभाग की उदासीनता के कारण यह काम नहीं हो पा रहा था.
अंतत: नहर खुदाई का जिम्मा खुद ग्रामीणों ने उठाया. खुदाई को लेकर ग्रामीणों के प्रेरणास्रोत बने समाजसेवी सुमेर हेंब्रम. उन्होंने लोगों को इस कार्य के लिए प्रेरित किया. करीब 100 की संख्या में महिला–पुरुषों ने नहर की खुदाई की और खेतों तक पानी पहुंचा दिया.
बेड़ादुइया में पहाड़ी के नीचे 400/600 फीट का तालाब सन 1990 में बनाया गया था. जंगलों व पहाड़ों से पानी उतर कर सीधे तालाब में पहुंचता है और वहीं से नहर के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचता है. पिछले दो साल से नहर में मिट्टी भर जाने के चलते पानी खेत तक नहीं पहुंच पा रहा था.
तब गांव के सुमेर हेंब्रम ने नया नहर खोदने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया. श्रमदान में झीलरूवां व बेड़ादुईया के लोग शामिल हुए. इस नहर से पानी उतरने पर झीलरूवां, बेड़ादुईया, बेलपोस व टिकलसाई तक करीब 10 गांवों को फायदा पहुंचेगा. ग्रामीणों के बनाये इस नहर से करीब चार किलोमीटर तक पानी खेतों तक पहुंचेगा और करीब 300 एकड़ खेतों की सिंचाई होगी.
श्रमदान करनेवालों का नेतृत्व मुख्य रूप से अशोक कोड़ाह, झीलरूवां पीड़ के मानकी पुरुषोत्तम कोड़ाह, शिवचरण कोड़ाह, रामलाल कोड़ाह, मसीहराम कोड़ाह, वार्ड सदस्य रामलाल कोड़ाह आदि ने किया.