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आमने-सामने : जानें सिंहभूम संसदीय सीट के सांसद लक्ष्मण गिलुवा के दावे और विपक्ष का आरोप

2014 के लोकसभा चुनाव में सिंहभूम संसदीय सीट से भाजपा के लक्ष्मण गिलुवा ने जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी गीता कोड़ा को 87,524 वोट से हराया था. तब श्री गिलुवा को 3,03,131 वोट मिले थे. गीता कोड़ा जय भारत सामंता पार्टी उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में थीं. सिंहभूम लाेकसभा सीट के […]

2014 के लोकसभा चुनाव में सिंहभूम संसदीय सीट से भाजपा के लक्ष्मण गिलुवा ने जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी गीता कोड़ा को 87,524 वोट से हराया था. तब श्री गिलुवा को 3,03,131 वोट मिले थे. गीता कोड़ा जय भारत सामंता पार्टी उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में थीं. सिंहभूम लाेकसभा सीट के अंदर पश्चिम सिंहभूम के पांच आैर सरायकेला-खरसावां का एक विधानसभा क्षेत्र आता है.
गिलुवा ने अपने कार्यकाल के दौरान संसद में 513 सवाल उठाये. 31 बहस में हिस्सा लिया. 92 फीसदी उपस्थिति रही. सांसद गिलुवा ने अपने क्षेत्र की जनता का पूरा ख्याल रखने का दावा किया. वहीं प्रतिद्वंद्वी गीता कोड़ा ने क्षेत्र में विकास योजना भी लागू नहीं कराने का आरोप लगाया.
बिजली, पानी, फ्लाइओवर सब कुछ दिया : लक्ष्मण गिलुवा
शीन अनवर
चक्रधरपुर : सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता का पूरा ख्याल रखा है. पिछले पांच साल में क्षेत्र के लोगों को बिजली, पानी, फ्लाइओवर सब कुछ उपलब्ध कराया है. सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में विकास के कार्य किये गये. चक्रधरपुर में पिछले 40 सालों से फ्लाइओवर नहीं बना था, लेकिन हमने पहल करके बनवाया. 70 सालों से अंधेरे में जी रहे गुदड़ी प्रखंड के 56 गांवों के लोगों तक बिजली पहुंचायी.
चाईबासा फ्लाइओवर का निर्माण कार्य शुरू कराया. नोवामुंडी में फ्लाइओवर बनवाया. जिले का सबसे उपेक्षित प्रखंड गुदड़ी में दूरसंचार व्यवस्था बहाल करवायी. श्री गिलुवा ने कहा कि चक्रधरपुर में पानी की किल्लत दूर करायी. पनसुवां डैम से चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति योजना शुरू की गयी. नोवामुंडी के कुटिंगवा में पेयजल आपूर्ति योजना के तहत 62 गांवों में पानी की सप्लाइ प्रारंभ करायी. बंद पड़ी माइंस को लीज नवीकरण कर चालू कराया. इससे स्थानीय मजदूरों को रोजगार मिला.
सोनुवा से गुदड़ी तक पीडब्ल्यूडी की 45 किमी लंबी सड़क, चक्रधरपुर-टोकलो-कुचाई पथ, बांझीकुसुम-टोकलो-झरझरा पथ, चक्रधरपुर-सोनुवा-गोईलकेरा 45 किमी सड़क, सरायकेला से ओड़िशा सीमा तक 22 किमी पथ, चाईबासा मुख्य सड़क से कांड्रा तक 20 किमी पथ, हाता-चाईबासा 37 किमी एनएन-22 पथ का नर्मिाण कराया गया. उन्होंने कहा कि चाईबासा में नया समाहरणालय भवन, कोल्हान विश्वविद्यालय का भवन, चक्रधरपुर, गोईलकेरा, आनंदपुर, सोनुवा, गुदड़ी में नये प्रखंड कार्यालय भवन का निर्माण करवाया. मनोहरपुर में वेदांता स्टील प्लांट लगाने की पहल की गयी है.
इसके साथ ही गुदड़ी में विद्युत ग्रिड, मनोहरपुर के छोटानागरा में पेयजल आपूर्ति योजना प्रारंभ करायी गयी. आनंदपुर, कराईकेला, टोकलो व कुनाबेड़ा को अलग प्रखंड का दर्जा दिलाने में कोशिश की. कई पुल-पुलिया बनवाया. आदित्यपुर में 400 करोड़ की जलापूर्ति योजना व 200 बेड का अस्पताल, मझगांव में कन्यमनी नदी पर बड़ा पुल और मझगांव रेफरल अस्पताल में भवन बनवाया.
चक्रधरपुर : केंद्र की एक भी योजना नहीं, जिसे गिलुवा गिनायें : गीता कोड़ा
चक्रधरपुर : इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट से चुनाव मैदान में उतरी गीता कोड़ा ने पिछले पांच वर्षों में सांसद लक्ष्मण गिलुवा द्वारा किये गये कार्यों को नकारती है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सांसद के पास एक भी ऐसी केंद्र सरकार की योजना नहीं है, जिसे वह जनता को बता सके. केंद्र सरकार से योजनाएं लाकर क्षेत्र का विकास करना चाहिए था.
लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. जब काम ही नहीं किये, तो जनता के पास जायेंगे कैसे. इसलिए राज्य सरकार की योजनाओं को गिनवा रहे हैं. जिन पर विधायकों को श्रेय मिलना चाहिए था, उसका श्रेय सांसद हासिल करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मेरी निगाह में लक्ष्मण गिलुवा की पूरे पांच सालों में एक भी उपलब्धि नहीं है. गीता कोड़ा ने कहा कि चक्रधरपुर में जिस ओवरब्रिज का निर्माण कराने की बात कह रहे हैं, असल में उसकी प्रक्रिया राज्य की यूपीए सरकार ने शुरू की थी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यकाल में 2007-08 में इसे मंजूरी दी गयी थी. आज भी उस ओवरब्रिज में अंधेरा है, बिजली को कोई व्यवस्था नहीं है, अंडर पास-वे के लिए स्थानीय जनता लड़ाई लड़ रही है. यदि सांसद जी को जनता के हितों की फिक्र होती, तो निश्चित रूप से इन दोनों समस्याओं का हल निकालते. लेकिन उन्होंने इसकी पहल तक नहीं की. गीता कोड़ा ने कहा कि विधायकों के प्रयास से जितने भी काम हुए, सबका श्रेय सांसद लेना चाह रहे हैं.
एक छोटा सा उदाहरण दे रही हूं – जनता अगर गौर करेगी, तो पायेगी कि प्रखंड कार्यालय भवनों या माल गोदामों या पुल- पुलियों का निर्माण केंद्र सरकार नहीं करती, सांसद का इसके निर्माण में कोई रोल ही नहीं होता. इसे राज्य सरकार विधायकों की अनुशंसा पर ही करती है, लेकिन सांसद अपने कार्यों की सूची में इन्हें भी शामिल कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर सांसद जी काम करते तो आदर्श गांवों में यह दिखता. कई गांवों को आदर्श गांव बनाने के लिए सांसद ने गोद लिया था. इनमें एक गांव गोइलकेरा का डलाईकेला है, लेकिन विकास आज भी शून्य है. गांव वाले ठगा महसूस कर रहे हैं. गांव में पानी, स्वास्थ्य, मकान और प्राथमिक शिक्षा तक मुहैया नहीं है.
वर्ष 2014 का चुनावी आंकड़ा
विजेता पार्टी वोट मिले थे उप विजेता पार्टी वोट मिले कितने वोट से हारे
लक्षमण गिलुवा भाजपा 303131 गीता कोड़ा जय भारत 215607 87524
सामंता पार्टी
तीन लोकसभा चुनावों का अांकड़ा
वर्ष जो जीते पार्टी कितना वोट मिला जो हारे पार्टी कितना वोट मिला कितने वोट से हारे
2004 बागुन सुंब्रई कांग्रेस 221343 लक्ष्मण गिलुवा भाजपा 162147 59196
2009 मधु कोड़ा निर्दलीय 256827 बड़कुंवर गगराई भाजपा 167154 89673

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