किरीबुरू : किरीबुरू टाउनशिप के टीआर गेट से बैंक मोड़, महावीर चौक होते हुए सीआरपीएफ कैंप (मुर्गापाड़ा) तक व क्वार्टर गार्ड (सीआइएसएफ बैरक, हिलटॉप) से बेस कैंप गांव के समीप मंदिर तक मुख्य सड़क निर्माण के लिए सेल की आरएमडी कार्यालय (कोलकाता) ने अलग-अलग दो ओपेन टेंडर कई महीनों पूर्व निकाला था.
इसमें पटना की कंपनी मेसर्स कमलेश कुमार सिंह ने प्राकलन से करीब 19 फीसदी कम दर पर काम लिया था. उन्हें दोनों सड़कों के निर्माण का वर्क आर्डर दिया गया. ठेकेदार ने किरीबुरू आकर सेल के सिविल विभाग के अधिकारीयों के साथ सड़क की साइड निरीक्षण किया. सड़क निर्माण शुरू होने से पहले चर्चा होने लगी कि दुर्गापूजा में चंदा काटने की आशंका में ठेकेदार पूजा बाद कार्य प्रारम्भ करेगा. पूजा बाद भी कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका. सूत्रों के अनुसार ठेकेदार कार्य से इन्कार कर रहा है. आरएमडी प्रबंधन ने ठेकेदार को नोटिस जारी कर 14 दिनों में जवाब देने को कहा है. इसके बावजूद ठेकेदार कार्य नहीं करता है,
तो उसे काली सूची में डालकर नये सिरे से निविदा प्रक्रिया (आरपीएन) शुरू की जायेगी. दोनों सड़क निर्माण कार्य लगभग 265 करोड़ (135 व 130 करोड़) करोड़ की लागत से होना था. इसके एवज में कमलेश कुमार सिंह ने पीजी/ इएमडी/ आईएसडी के रूप में लगभग दस लाख रुपये सेल प्रबंधन को जमा कर दिया गया है. कार्य नहीं करने की स्थिति में सेल प्रबंधन कंपनी के पैसे जब्त कर लेगी. यह सड़क पिछले तीन वर्षों से जर्जर है. सड़क पर अकसर दुर्घटना हो रही है. पिछले माह मुख्यमंत्री रघुबर दास ने किरीबुरू दौरे के दौरान सेल प्रबंधन को फटकार लगाया था. अविलंब सड़क निर्माण को कहा था. किरीबुरू के महाप्रबंधक पिछले चार वर्षों से सड़क निर्माण को लेकर प्रयासरत थे.