बड़बिल : एसएमसी की बैठक में हेडमास्टर ने दिया रिश्वत का हिसाब, हुआ कैमरे में कैद
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14 लाख के भवन निर्माण में सरकारी बाबुओं को दियी 83 हजार रु की रिश्वत
बड़बिल : एसएमसी की बैठक में हेडमास्टर ने दिया रिश्वत का हिसाब, हुआ कैमरे में कैद हेड मास्टर एक दिन छोड़ दूसरे दिन आते हैं स्कूल बड़बिल : रकारी योजनाअों में भ्रष्टाचार किस कदर हावी है, इसका एक उदाहरण क्योंझर जिला के झुंपरा प्रखंड अंतर्गत बिनोदबिहारीपुर गांव स्टिंग ऑपरेशन से उजागर हुआ है. गांव में […]
हेड मास्टर एक दिन छोड़ दूसरे दिन आते हैं स्कूल
बड़बिल : रकारी योजनाअों में भ्रष्टाचार किस कदर हावी है, इसका एक उदाहरण क्योंझर जिला के झुंपरा प्रखंड अंतर्गत बिनोदबिहारीपुर गांव स्टिंग ऑपरेशन से उजागर हुआ है. गांव में प्राथमिक विद्यालय के भवन निर्माण के लिए जनवरी-2016 में काम शुरू हुआ था. 14 लाख की लागत से सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल के दो कक्षा, एक रसोई घर, एक दफ्तर, एक शौचालय का निर्माण हो गया और बच्चे भी पढने आ रहें हैं, पर कुल राशि खर्च होने के बाद भी काम अधूरा है. छत में प्लास्टर हो या रंगाई का काम या फिर शौचालय में पानी की व्यवस्था, सभी कार्य अभी भी बाकी हैं. ग्रामीणों ने कई बार इस संबंध में हेड मास्टर कार्तिकेश्वर महतो से जानकारी लेनी चाही,
लेकिन वे टाल-मटोल करते रहे. इसके बाद मजबूरन स्कूल कमेटी (एसएमसी) को आगे आना पड़ा और एक बैठक बुलाई गयी. इसमें हेड मास्टर कार्तिकेश्वर महतो एक के बाद एक कर अपनी डायरी में दर्ज हिसाब को स्कूल कमेटी और ग्रामीणों के समक्ष रखा. हेड मास्टर ने 14 लाख रुपये और किस कारण काम अधूरी है उसका हिसाब दे रहे थे. दूसरी तरफ (प्रभात खबर के कहे मुताबिक) गांव के युवक मोबाइल से हेड मास्टर की सारी बातों का वीडियो बना रहे थे. इसमें हेड मास्टर ने कहा कि बिना सरकारी बाबुओं को रिश्वत दिए कोई भी काम पूरा नहीं होता. इसलिए स्कूल जेइ को 30 जनवरी-16 को पहली बार 30 हजार रुपये, दूसरी बार 8 मार्च 2016 में 20 हजार और तीसरी और आखरी बार 4 मई 2016 में 20 हजार रुपये नकद रिश्वत के तौर पर दिए गये. उन्हीं तारिखों में फॉरेस्टर को 5 हजार, आरआइ को 1 हजार, चपरासी को 35 सौ, ड्राइवर (जेइ) को 35 सौ रुपया नकद दिया गया. इन सभी का हिसाब हेड मास्टर ने अपनी डायरी लिख रखा. कई छोटे-मोटे खर्च जिसमें किसी को शराब, तो किसी को हड़िया भी पिलाने की बातें हेड मास्टर ने कही, जिसका स्टिंग वीडियो में कैद हो गया है.
मामले पर चम्पुआ सब कलेक्टर गौरो हरी बहेरा ने कहा कि इसकी जांच करायी जायेगी. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
मुझे थोड़ी पता था कि वीडियो बन रहा है : हेड मास्टर
मामले पर जब हेड मास्टर कार्तिकेश्वर महतो से पूछा गया, तो उन्होंने कैमरे के आगे किसी को भी रिश्वत देने की बात से साफ इंकार कार दिया. जब कैमरा बंद कर उनको उनका स्टिंग वीडियो दिखाया गया, तो उन्होंने चौंकते हुए कहा उन्हें थोड़ी पता था कि उनका वीडियो बनाया जा रहा है.
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